चरखी दादरी(प्रदीप साहू): क्रशर संचालकों ने सरकार को सीधे रूप से चेतावनी दी है कि या तो क्रशरों को चलाने की अनुमति दें अन्यथा भूख हड़ताल पर ही मर जाएंगे। काटी गई बिजली को नहीं जोड़ा तो जरनेटरों के सहारे चलाने पर मजबूर होंगे। क्योंकि जहां लाखों परिवारों की रोजी-रोटी का संकट बना है।
वहीं, क्रशर बंद होने से करोड़ों रुपए का कारोबार प्रभावित होने के साथ-साथ काफी नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। अगर ऐसे की हालात रहे तो क्रशर संचालकों ने भूख हड़ताल शुरू करते हुए आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया है। आपको बता दें, एनजीटी द्वारा गत 11 नवंबर से क्रशरों को अनिश्चितकालीन बंद करने के निर्देश जारी किए थे। जिसके चलते दादरी जिला के करीब तीन सौ क्रशर बंद हैं।
ऐसे में यहां करोड़ों रुपए का कारोबार व लाखों परिवार प्रभावित हो रहे हैं। क्रशर बंद होने के विरोध में क्रशर यूनियन के प्रधान सोमबीर घसोला की अगुवाई में क्रशर संचालकों ने दादरी के लघु सचिवालय में भूख हड़ताल शुरू करते हुए आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया। साथ ही प्रदर्शन करते हुए सरकार पर दादरी क्षेत्र के क्रशरों को एनजीटी के माध्यम से बंद करवाने का आरोप लगाया।
क्रशर यूूनियन के प्रधान सोमबीर घसोला ने कहा कि क्रशर बंद होने से क्रशर संचालकों को करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है। वहीं करीब एक लाख परिवार भी प्रभावित हैं। सरकार ने एनजीटी का हवाला देते हुए 11 नवंबर से अनिश्चितकालीन क्रशरों को बंद कर दिया है। अगर सरकार ने क्रशरों का संचालन शुरू नहीं किया तो धरने पर ही भूख हड़ताल के दौरान जान दे देंगे। इसके अलावा निर्णय लेते हुए जबरदस्ती क्रशरों का संचालन करने पर मजबूर होंगे।