दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बना दिल्ली, दिवाली की आतिशबाजी ने तोड़ा प्रदूषण का रिकॉर्ड

Delhi AQI- दिल्ली की एयर क्वालिटी मंगलवार सुबह ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई। लोगों को सुबह राष्ट्रीय राजधानी में धुंध की चादर दिखाई दी।सीपीसीबी के मुताबिक बुराड़ी में सुबह आठ बजे एय़र क्वालिटी इंडेक्स 356 यानी बहुत खराब कैटेगरी में जबकि इसी समय आईटीओ पर एक्यूआईं 424 यानी गंभीर कैटेगरी में दर्ज किया गया।

एयर क्वालिटी इंडेक्स में शून्य से 50 अंक तक हवा की क्वालिटी को ‘अच्छा’, 51 से 100 तक ‘संतोषजनक’, 101 से 200 तक ‘मध्यम’, 201 से 300 के स्तर को ‘खराब’, 301 से 400 के स्तर को ‘बहुत खराब’, 401 से 450 के स्तर को ‘गंभीर’ और 450 से ज्यादा के स्तर को ‘गंभीर प्लस’ कैटेगरी में रखा जाता है।

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सोमवार को दिवाली के दिन देर रात तक पटाखे फोड़ने के बाद दिल्ली की एयर क्वालिटिी खराब कैटेगरी में पहुंच गई। वहीं दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण के मुद्दे पर राजनैतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया। शहर में प्रदूषण के लिए आप और बीजेपी एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। बारिश के कारण मिली राहत को गंवाते हुए दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में उछाल दर्ज किया गया। और दिवाली की रात पटाखों पर प्रतिबंध का निवासियों द्वारा उल्लंघन किए जाने के बाद सोमवार सुबह धुंध की धुंध लौट आई।

सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में साल 2022 में दिवाली पर एयर क्वालिटी इंडेक्स 312, 2021 में 382, 2020 में 414, 2019 में 337, 2018 में 281, 2017 में 319 और 2016 में 431 दर्ज किया गया था। डीपीसीसी की रिपोर्ट से पता चला है कि दिवाली (रविवार) पर दिल्ली का 24 घंटे का औसत पीएम 10 कंसंट्रेशन 430 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर था, जो पिछले साल 322 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर और 2021 में 748 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर था।

PTI

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