(अजित सिंह) – पूर्वी दिल्ली की थाना PIA पुलिस ने एक बड़े मामले को सुलझाया है और एक गैंग का भंडाफोड़ किया है जो आनंद विहार बस अड्डा, गाजीपुर गांव समेत घरों से फ़ोन चोरी कर यह यूपी और बिहार में अच्छे दामों में बेचा करते थे।
दरअसल थाना पटपड़गंज इंड्रस्ट्रीयल एरिया में शिकायतकर्ता निर्मल ने मोबाइल फोन चोरी होने की शिकायत दर्ज कराई शिकायतकर्ता ने बताया की SBI में उनके खाते से 45 हजार रुपये भी निकाले गए हैं। जांच की गई तो पता चला की यूपी के वैशाली में एसबीआई बैंक के एटीएम से 40 हजार रुपये निकाले गए। और 5 हजार रुपए ऑनलाइन एयरटेल बैंक में कबातुल्लाह के एक बैंक खाते में ट्रांसफर किए गए। जानकारी प्राप्त की गई।
हसीब नामक व्यक्ति के एक खाते से 41,000/- रु. यह पैसा आगे किसी मोहम्मद को हस्तांतरित किया गया। अबी के खाते में और उतनी ही रकम आगे कबतुल्लाह के खाते में ट्रांसफर की गई। लेन-देन में इस्तेमाल किए गए फोन के सभी आईएमईआई को निगरानी में रखा गया और अंत में कबातुल्लाह के मूल नंबर का पता लगाया गया।29.01.23 को पीएस पीआईए की क्रैक टीम को एक गुप्त सूचना मिली कि दो शातिर चोर, जो गाज़ीपुर गांव के निवासी हैं, पार्किंग नंबर पर आएंगे। 1, ईडीएम मॉल के सामने बस स्टैंड और चोरी के मोबाइल को अपने बैग में रखकर नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्र में बेचने के लिए ले जा रहे थे।
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तुरंत एक टीम गठित की गई और ईडीएम मॉल के सामने पार्किंग नंबर 1 पर जाल बिछाया गया। दो संदिग्ध व्यक्तियों को पकड़ा गया जिनकी पहचान बाद में काबा तुल्ला निवासी अररिया, बिहार और ईशोब निवासी अररिया, बिहार के रूप में हुई। उनकी सरसरी तलाशी लेने पर उनके कब्जे से चोरी के कुल 35 मोबाइल फोन और अन्य सामान बरामद हुए।
निरंतर पूछताछ के दौरान, उन्होंने खुलासा किया कि उन्होंने गाज़ीपुर गांव, गाज़ीपुर फूल मंडी, मछली मंडी और दिल्ली और यूपी के विभिन्न स्थानों में कई चोरियां की हैं। वे चोरी किए गए इन फोनों को भारत और नेपाल के सीमावर्ती इलाकों में बेचते थे ताकि उन्हें चोरी किए गए मोबाइल फोन के लिए अधिक पैसे मिल सकें क्योंकि इन हैंडसेटों के आईएमईआई का नेपाल में पता नहीं लगाया जा सकता है। चूंकि कोई भी यह पता नहीं लगा सकता है कि ये मोबाइल चोरी के हैं या वास्तविक उपयोगकर्ता द्वारा उपयोग किए गए हैं, इसलिए वे इसे भारत-नेपाल सीमा क्षेत्रों में लगभग 15-20 हजार में बेचते थे, जबकि ये चोरी हुए हैंडसेट यूपी-दिल्ली में लगभग 3-4 हजार में बेचे जाते थे। फिलहाल पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ की जा रही है।