(अवैस उस्मानी): श्रद्धा हत्याकांड मामले की जांच दिल्ली पुलिस से सीबीआई को ट्रांसफर कराने की मांग की गई। दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल मामले की जांच CBI को सौपने की मांग की गई है। वकील जोशिनी तुली ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दाखिल किया है। याचिका में कहा कि मामला 6 महीने पुराना है और दिल्ली पुलिस इस हत्याकांड की जांच करने में सक्षम नहीं है, क्योंकि दिल्ली पुलिस के पास इतना तकनीकी संसाधन नहीं है कि वो सबूतों और गवाहों को तलाश सके।
याचिका में कहा कि रिकवरी के स्थान पर मीडिया और आम लोगों की मौजूदगी कोर्ट में सुनवाई के दौरान साक्ष्यों और गवाहों में हस्तक्षेप के रूप में होती है। याचिका में कहा कि दिल्ली में बर्बर हत्या को अजाम दिया गया और बॉडी के पार्ट्स को अलग अलग फेका गया इसलिए महरौली पुलिस मामले की जांच करने में सक्षम नहीं है क्योंकि मामला 6 महीने पुराना है, दिल्ली पुलिस के पास इतना तकनीकी संसाधन नहीं है कि वो सबूतों और गवाहों को तलाश सके। याचिका में कहा कि दिल्ली पुलिस के पास वैज्ञानिक और प्रशासनिक कर्मचारियों की कमी है साथ ही वैज्ञानिक उपकरणों की कमी के चलते सही तरीके से जांच नहीं कर पाएगी।
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दिल्ली हाई कोर्ट में दाखिल याचिका में कहा गया कि दिल्ली पुलिस ने मामले से जुड़ी जांच के बारे में हर जानकारी मीडिया में जानकारी दी रही है, जिसकी कानून के अनुसार अनुमति नहीं है। याचिका में कहा कि हत्या का मामला तब सामने आया जब श्रद्धा के पिता ने 15 सितंबर को श्रद्धा की गुमशुदगी की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई। बता दें दिल्ली के महरौली में 27 वर्षीय श्रद्धा वालकर की उसके लिव-इन ब्वॉयफ्रेंड आफताब अमीन पूनावाला द्वारा की गई जघन्य हत्या के मामले में दिल्ली पुलिस की जांच-पड़ताल जारी है। आफताब ने श्रद्धा की गला दबाकर हत्या की, बाद में आफताब ने श्रद्धा के शव को 35 टुकड़ों में काट दिया और उन्हें फ्रिज में रख दिया, फिर उसने 18 दिनों में धीरे-धीरे शव के टुकड़े जंगल में फेंक दिए।