(प्रदीप कुमार): कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव के लिए दिल्ली में हलचल बढ़ी हुई है।सोनिया गांधी से मुलाक़ात के बाद अशोक गहलोत ने अब चुनाव नहीं लड़ने का एलान किया है। इस बीच दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है।पर्चा लेने कांग्रेस मुख्यालय पहुँचे दिग्विजय सिंह ने कहा कि आज मैं यहां अपना नामांकन फॉर्म लेने आया हूं और कल इसे दाखिल करूंगा इस दौरान दिग्विजय सिंह के साथ विधायक गोपाल सिंह चौहान और रामेश्वर नीखरा भी थे। गोपाल सिंह, सिंधिया के गढ़ कहे जाने वाले अशोकनगर जिले की चंदेरी विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं।
दिग्विजय सिंह बुधवार शाम अचानक केरल से ‘भारत जोड़ो यात्रा’ छोड़कर दिल्ली पहुंचे थे। आज उनके दिल्ली आवास पर पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम मिलने पहुंचे। करीब 45 मिनट तक दोनों नेताओं की बंद कमरे में बातचीत हुई। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने आज पार्टी सांसद शशि थरूर से भी मुलाकात की। इस दौरान दोनों से गले लगे। इस मौके पर थरूर ने कहा कि मैं कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए उनकी उम्मीदवारी का स्वागत करता हूं। हम दोनों इस बात पर सहमत थे कि हमारी लड़ाई प्रतिद्वंद्वी नहीं है, बल्कि सहयोगियों के बीच एक दोस्ताना मुकाबला है। हम केवल यह चाहते हैं कि जो भी जीतेगा, कांग्रेस जीतेगी!
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बहरहाल राजस्थान में सियासी संकट के बीच मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की रेस में सबसे आगे आ गए हैं। यदि दिग्विजय सिंह कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते हैं तो ये उनकी राजनीतिक पारी के लिए बड़ा मोड़ साबित होगा।
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए घोषित कार्यक्रम के अनुसार नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया 24 सितंबर से शुरू हुई है और 30 सितंबर तक चलेगी। नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तारीख आठ अक्तूबर है। एक से अधिक उम्मीदवार होने पर 17 अक्तूबर को मतदान होगा और नतीजे 19 अक्तूबर को घोषित किए जाएंगे।