नई दिल्ली: भारत ने रक्षा क्षेत्र में बड़ी सफलता हासिल की है। डीआरडीओ ने सफलतापूर्वक सोमवार को Hypersonic Technology Demonstrator Vehicle (HSTDV) का सफल परीक्षण किया है। ये एक तकनीक है जिसका इस्तेमाल हाईपरसोनिक और क्रूज मिसाइलों के लॉन्च में किया जा सकता है। बड़ी बात है कि इस हाईटेक एयरक्राफ्ट को देश में ही विकसित किया गया है। HSTDV के सफल परीक्षण देश के आत्मनिर्भर पराक्रम का नया प्रमाण है। रक्षा क्षेत्र में देश की आत्मनिर्भरता की दिशा में यह एक बड़ा कदम है।
डीआरडीओ ने अपने इस मिशन को ऐतिहासिक करार दिया है। डीआनडीओ ने ट्वीट कर कहा, ‘ इस मिशन के साथ ही यह साबित हो गया है कि डीआरडीओ बेहद पेचीदा तकनीक के क्षेत्र में उम्दा प्रदर्शन कर सकता है।”
वहीं इस उपलब्धि पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ को इस कामयाबी पर बधाई दी। रक्षा मंत्री ने ट्वीट करते हुए कहा कि, ‘डीआरडीओ ने आज स्वदेशी रूप से विकसित स्क्रैमजेट प्रोपल्शन सिस्टम का उपयोग कर हाइपरसोनिक टेक्नोलॉजी डिमॉन्स्ट्रेटर व्हीकल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। यह औद्योगिक जगत के साथ अगली पीढ़ी के हाइपरसोनिक वाहनों के निर्माण का रास्ता खोलने वाला है।’
I congratulate to DRDO on this landmark achievement towards realising PM’s vision of Atmanirbhar Bharat. I spoke to the scientists associated with the project and congratulated them on this great achievement. India is proud of them.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) September 7, 2020
उन्होंने आगे कहा, ‘डीआरडीओ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के विजन को आगे बढ़ा रहा है। मैंने परियोजना से जुड़े वैज्ञानिकों से बात की और उन्हें इस महान उपलब्धि पर बधाई दी। भारत को उन पर गर्व है।’