प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारी अवैध खनन और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में झारखंड और राजस्थान में 10 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी कर रहे हैं।सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय जांच एजेंसी ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद और हजारीबाग के डीएसपी राजेंद्र दुबे के आवास की भी तलाशी ली है।सूत्रों ने बताया कि जांच एजेंसी के अधिकारियों ने झारखंड और राजस्थान में साहिबगंज जिला कलेक्टर के आवासों की भी तलाशी ली।इस पूरे मामले पर अभी ईडी की तरफ से कोई जानकारी नहीं दी गई है।
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लाभ के पद से जुड़े कथित भ्रष्टाचार के मामले में ईडी के समन भेजे जाने के बाद से सीएम हेमंत सोरेन विवादों में हैं।ईडी के मुताबिक जांच ” भूमि के स्वामित्व में अवैध परिवर्तन के एक बड़े रैकेट” से संबंधित है।ईडी ने सोरेन को अपने नवीनतम समन में उनसे जांच अधिकारी को अपनी पसंद की तारीख, स्थान और समय के बारे में सूचित करने के लिए कहा है ताकि धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत उनका बयान दर्ज किया जा सके।सोरेन ने ईडी के पहले छह समन को नजरअंदाज कर दिया है, जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार पर लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई राज्य सरकार को अस्थिर करने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग करने का आरोप लगाया था।सातवां समन पिछले साल दिसंबर में जारी किया गया था।झारखंड उच्च न्यायालय में एक याचिका सीएम सोरेने ने दायर की थी और ईडी की कार्रवाई से सुरक्षा की मांग की थी और समन को “अनुचित” बताया था।दोनों अदालतों ने उनकी याचिका खारिज कर दी थी।
सोरेन ने उच्च न्यायालय में दावा किया था कि समन दुर्भावना से जारी किया गया था और झारखंड में राजनीतिक अनिश्चितता और अशांति पैदा करने के एकमात्र उद्देश्य से उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाए गए थे।एजेंसी ने इस मामले में 14 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें 2011 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी छवि रंजन भी शामिल हैं, जो पहले राज्य समाज कल्याण विभाग के निदेशक और रांची के उपायुक्त के रूप तैनात थे।राज्य में कथित अवैध खनन से जुड़े एक अन्य मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने पिछले साल नवंबर में भी उनसे पूछताछ की थी।