(अजय पाल) – देश में आई फ्लू के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। आई फ्लू से सबसे अधिक बच्चे प्रभावित है।दिल्ली में बारिश का दौर अभी भी जारी है। बाढ़ आने के साथ ही मानसून अपने साथ अनेक बीमारियां लेकर आया है इस बीच आई फ्लू की दस्तक ने बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को बीमार कर दिया है। आई फ्लू के मामलो में लगाता उछाल देखा जा रहा है।
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तेजी से फैल रहा संक्रमण – छत्तीसगढ़ में भी आई फ्लू का संक्रमण तेजी से लोगों को चपेट में ले रहा है छत्तीसगढ़ भी आई फ्लू की बीमारी से अछूता नहीं है वहां आई फ्लू के मामलों में अचानक वृद्धि होने के बाद राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लिया है शुक्रवार को शिक्षा विभाग को यह सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए गए हैं कि आई फ्लू से संक्रमित बच्चों को स्कूल ना बुलाया जाए ताकि आगे इसके प्रसार को रोका जा सके।
जानिए एक्सपर्ट की राय – स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते है कि आई फ्लू यानि कंजक्टिवाइटिस एक वायरस इंफेक्शन है। जो तेजी से फैलता है यह वायरस संक्रमण की वजह से तेजी से फैलता है इस वायरस के होने पर मरीज की आँखे लाल हो जाती है। आंखों में से फ्लूड निकलना , खुजली होना व आंखों में सूजन होना जैसी दिक्कतें हो सकती है।
कैसे बचें आई फ्लू से –
1.यह बीमारी सिर्फ संक्रमित व्यक्ति की आंखों में देखने से नहीं फैलती है ।
2.संक्रमित मरीज से हाथ मिलाने से परहेज करना चाहिए. उसके द्वारा इस्तेमाल की गई चीजों को अलग रखना चाहिए. सावधानी बरते जाने से इस बीमारी को फैलने से रोका जा सकता है ।.
3. एक्टिव आई फ्लू वाले लोगों में काले चश्मे का उपयोग फोटोफोबिया को कम करने और आंखों को बार-बार छूने और संक्रमण फैलने से रोकने में मदद कर सकता है.
4.संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सभी को स्वच्छता बनाए रखने और बार-बार अपने हाथ और चेहरा भी धोने चाहिए ।
5.इस बार बड़ी संख्या में बच्चे भी प्रभावित हो रहे हैं. बच्चों में तेजी से फैलने वाले संक्रमण को रोकने के लिए स्कूल अधिकारियों को भी उचित दिशा-निर्देश जारी किए गए है।