चरखी दादरी- आज के आधुनिक जीवन में जहां लोगों को हर चीज की जल्दी है और इसी जल्दी में लोग जहर का सेवन करने से भी नहीं चूक रहे। रासायनिक खाद के अत्यधिक प्रयोग, तमाम पेस्टिसाइड्स और खतरनाक दवाओं के छिड़काव के बाद उत्पन्न फसलों को बाजार और लोगों की जरूरत पूरी करने के लिए जल्द से जल्द तैयार कर लाया जा रहा है। लोग चाव से उसका सेवन भी कर रहे हैं, जोकि सेहत के लिए काफी नुकसानदायक है। वहीं चरखी दादरी में एक किसान बागवानी के साथ ऑर्गेनिक सब्जियों की खेती कर मालामाल हो रहा है और उसके द्वारा तैयार फसल किसी की सेहत से खिलवाड़ भी नहीं कर रही है। ये किसान लोगों के लिए किसी प्रेरणा स्रोत से कम नहीं है।
आपको बता दें, बागवानी के साथ ऑर्गेनिक सब्जियों की खेती करते हुए गांव असावरी के प्रगतिशील किसान पवन कुमार एक सीजन में तीन-तीन फसलें पैदा कर अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं। दूसरे किसानों के लिए प्रेरणा स्रोत बने किसान पवन कुमार को जहां एक सीजन में प्रति एकड़ पांच से सात लाख रूपए की कमाई हो रही है वहीं टपका विधि से जहर मुक्त फसलें उगाकर पानी बचाने का भी आह्वान कर रहे हैं। कृषि वैज्ञानिकों ने भी किसानों को सरकार की योजनाओं का लाभ लेते हुए रसायन मुक्त खेती करने की सलाह दी है।
बता दें, कि चरखी दादरी के गांव असावरी के किसान पवन कुमार करीब पांच वर्षों से बागवानी के साथ-साथ ऑर्गेनिक सब्जियों की खेती कर रहे हैं। किसान ने अपने 9 एकड़ में किन्नू, मौसमी व अमरूद का बाग लगाया है और बाग में लगे पेड़ों के बीच ही तरबूज, खरबूजा, घीया, टिंडा, कद्दू, ककड़ी, बैंगन की सब्जी उगाते है। इस समय किसान के खेत में घीया, बैंगन व टिंडा की फसल तैयार होकर मार्केट में भेजी जा रही है। किसान ने अपने खेत में ही देशी खाद तैयार करके बिना रसायन की खेती पर ध्यान दिया है और लोगों को जहर मुक्त फल-सब्जियां मार्केट रेट पर ही उपलब्ध करवाकर प्रति वर्ष पांच से सात लाख रुपए की अच्छी-खासी कमाई कर रहे हैं।
Read Also: नशा मुक्त हरियाणा अभियान के तहत नशा तस्करों पर बड़ी कार्रवाई, पुलिस ने भारी मात्रा में बरामद किया गांजा
किसान पवन कुमार ने अपने खेत में बाग लगाकर व सब्जियों के पौधे दिखाते हुए बताया कि सरकार की योजनाओं से फल-सब्जियों की खेती करने में सब्सिडी मिल रही है। वहीं सरकार की योजनाओं का लाभ लेते हुए वे दूसरे किसानों को भी रासायनिक खेती छोड़कर ऑर्गेनिक फल-सब्जियों की खेती करने का आह्वान कर रहे हैं। उनको देखते हुए गांव में कुछ अन्य किसानों ने भी ऑर्गेनिक सब्जियों की खेती करनी शुरू कर दी है। किसान ने बताया कि उसने करीब 9 एकड़ में बाग लगाया है और उसके साथ ही सब्जियों की खेती भी लगाई है। तरबूज, खरबूजा, कद्दू व ककड़ी कुछ दिनों में तैयार हो जाएगी। एक सीजन में तीन-तीन फसलें पैदा कर उसको अच्छी-खासी कमाई हो रही है। वहीं कृषि वैज्ञानिक चंद्रभान ने बताया कि किसान अब परंपरागत खेती के साथ-साथ आधुनिक विधि से सब्जी की फार्मिंग भी कर रहे हैं। सरकार की योजनाओं से किसानों को काफी फायदा मिल रहा है। उन्होंने अन्य किसानों को भी रसायन मुक्त व ऑर्गेनिक खेती करने का आह्वान किया है।