farmer protest – फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनी गारंटी को लेकर केंद्र के साथ चार दौर की वार्ता विफल होने के बाद किसान बुधवार को फिर से ‘दिल्ली चलो’ मार्च करने के लिए तैयार हैं।हालांकि किसान अभी भी राष्ट्रीय राजधानी से 200 किमी से ज्यादा दूर हैं। दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को टिकरी, सिंघु और गाजीपुर बॉर्डर पॉइंट्स पर सुरक्षा उपाय बढ़ा दिए हैं। साथ ही सुरक्षा कर्मियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है।
13 फरवरी को दिल्ली की ओर मार्च शुरू करने वाले हजारों किसानों को हरियाणा सीमा पर ही रोक दिया गया, जहां उनकी सुरक्षाकर्मियों से झड़प हुई। किसान तब से हरियाणा के साथ पंजाब की सीमा पर शंभू और खनौरी बिंदुओं पर डेरा डाले हुए हैं।पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने मंगलवार को मौखिक रूप से पंजाब सरकार से कहा कि वह किसानों को बड़ी संख्या में इकट्ठा होने की इजाजत न दे।
अदालत ने कहा कि मोटर वाहन अधिनियम के अनुसार ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को राजमार्गों पर नहीं चलाया जा सकता है और कहा कि किसान बस या सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करके दिल्ली जा सकते हैं।दिल्ली चलो’ मार्च फिर से शुरू होने से मंगलवार को किसान मजदूर मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि केंद्र को फसलों के लिए एमएसपी पर कानून लाने के लिए एक दिवसीय संसद सत्र बुलाना चाहिए।
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किसान मजदूर मोर्चा संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनैतिक) के साथ मिलकर ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन का नेतृत्व कर रहा है।अधिकारियों ने कहा कि सड़क बंद होने के कारण राष्ट्रीय राजधानी के तीन सीमा बिंदुओं के आसपास के इलाकों में बुधवार को यातायात की भीड़ देखी जा सकती है।
टिकरी और सिंघू – दिल्ली-हरियाणा सीमा पर पुलिसकर्मियों की भारी तैनाती और कंक्रीट बैरिकेड के साथ सील कर दिए गए हैं।एक अधिकारी ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो बुधवार को गाजीपुर बॉर्डर भी बंद किया जा सकता है।दिल्ली पुलिस ने पहले ही 30,000 आंसू गैस के गोले जमा कर लिए हैं।