Naveen Patnaik: ओडिशा पूर्व मुख्यमंत्री और बीजू जनता दल अध्यक्ष नवीन पटनायक ने रविवार को दावा किया कि ओडिशा के पुरी में गुंडिचा मंदिर के पास भगदड़ से श्रद्धालुओं के लिए शांतिपूर्ण रथयात्रा सुनिश्चित करने में ओडिशा सरकार की घोर असक्षमता उजागर हुई है।एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रविवार तड़के मंदिर के पास भगदड़ मचने से कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और करीब 50 अन्य घायल हो गए।
I extend my heartfelt condolences to the families of the three devotees who have lost their lives in the tragic stampede at Saradhabali, #Puri and I pray to Mahaprabhu Jagannatha for the swift recovery of the devotees injured in this devastating incident.
Today’s stampede,…
— Naveen Patnaik (@Naveen_Odisha) June 29, 2025
पटनायक ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘मैं पुरी के शारदाबली में हुई भगदड़ में जान गंवाने वाले तीन श्रद्धालुओं के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और घायल श्रद्धालुओं के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए महाप्रभु जगन्नाथ से प्रार्थना करता हूं।
Read also- Odisha: पुरी में श्री गुंडिचा मंदिर के निकट भगदड़ में तीन की मौत, 50 लोग हुए घायल
ओडिशा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष पटनायक ने कहा, ‘‘रथयात्रा के दौरान भीड़ प्रबंधन की घोर विफलता के ठीक एक दिन बाद आज की भगदड़ ने शांतिपूर्ण उत्सव सुनिश्चित करने में सरकार की अक्षमता को उजागर किया है।’पुरी के डीएम सिद्धार्थ एस. स्वैन ने कहा कि यह घटना तड़के चार बजे के आसपास हुई, जब सैकड़ों श्रद्धालु रथयात्रा उत्सव देखने के लिए मंदिर के पास इकट्ठा हुए थे।
Read also- केरल में भारी बारिश! नदियों का बढ़ा जलस्तर, मौसम विभाग ने सात जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया
पटनायक ने आरोप लगाया, ‘‘प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, इस भयावह त्रासदी के तुरंत बाद सबसे पहले श्रद्धालुओं के परिजनों ने ही राहत कार्य शुरू किया, जबकि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कोई सरकारी तंत्र मौके पर मौजूद नहीं था। यह एक चौंकाने वाली प्रशासनिक लापरवाही का स्पष्ट संकेत है।’अधिकारियों ने बताया कि अनुष्ठान के लिए सामग्री ले जा रहे दो ट्रकों के भगवान जगन्नाथ और उनके भाई भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा के रथों के पास भीड़भाड़ वाले स्थान पर घुसने के बाद अफरा-तफरी मच गई।
ओडिशा के पांच बार मुख्यमंत्री रहे पटनायक ने कहा, ‘‘हालांकि, मैं सरकार पर आपराधिक लापरवाही का आरोप लगाने से परहेज करता हूं लेकिन यह त्रासदी निस्संदेह उनकी घोर लापरवाही के कारण हुई। मैं सरकार से रथयात्रा के प्रमुख अनुष्ठानों का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए तत्काल सुधारात्मक उपाय लागू करने का आग्रह करता हूं।’’
