उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शुक्रवार को कहा कि पी. वी. नरसिम्हा राव, चौधरी चरण सिंह और एम. एस. स्वामीनाथन को भारत रत्न देने का स्वागत है, लेकिन इसके पीछे ‘चुनावी गणित’ नहीं होना चाहिए।रावत ने कहा, “इसके पीछे चुनावी गणित है। भारत रत्न जैसे सम्मानों को चुनावी गणित के हिसाब से नहीं दिया जाना चाहिए, लेकिन जिनको दिया गया है, उसका हम स्वागत करते हैं।”प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ऐलान किया कि पूर्व प्रधानमंत्रियों पी. वी. नरसिम्हा राव और चौधरी चरण सिंह और कृषि वैज्ञानिक एम. एस. स्वामीनाथन को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा।सरकार ने पहले लालकृष्ण आडवाणी और कर्पूरी ठाकुर को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान देने का ऐलान किया था।
Read also-एक करोड़ का जुर्माना और 10 साल की जेल’, नकल पर नकेल के लिए क्या है नया कानून?
हरीश रावत, पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तराखंड: तीनों लोगों को, जिनको भारत रत्न दिया गया है, हम उसका स्वागत करते हैं। अच्छी बात है। लेकिन ये कहना चाहते हैं कि बड़ी देर कर दी, मेहरबां आते-आते। जब चुनाव देखा, तभी आपको याद आए। ताकि इसके नाम पर कुछ राजनीति की जा सके।”इसके पीछे चुनावी गणित है। भारत रत्न जैसे सम्मानों को चुनावी गणित के हिसाब से नहीं दिया जाना चाहिए, लेकिन जिनको दिया गया है, उसका हम स्वागत करते हैं।”
(Source PTI)