आम आदमी पार्टी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा ने यमुना कनाल के चीफ इंजीनियर सस्पेंड मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि दिल्ली को डुबाने की साजिश बेनकाब हुई है हरियाणा की खट्टर सरकार अब इसका ठीकरा अफसरों पर फोड़ना चाहते हैं, इससे साबित हो गया है कि आईटीओ बैराज के गेट का रखरखाव न करके उसे बंद पड़े रहने देना बीजेपी की साजिश थी।
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उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने शुरू से ही इसे दिल्ली डुबोने के लिए हरियाणा सरकार की साजिश करार दिया था। वहीं दिल्ली को डुबाने के चक्कर में हरियाणा में भी बाढ़ आ गई। यमुना के सभी तटबंद टूट गए। खट्टर सरकार में अवैध माइनिंग के कारण यमुना से लगते सभी इलाकों में बाढ़ आ गई। उन्होंने कहा कि बाढ़ ही आनी थी तो यूपी की तरफ क्यों नहीं आई? इससे पता चलता है कि हरियाणा में मुख्यमंत्री खट्टर की नाक के नीचे यमुना के अवैध माइनिंग का खेल चल रहा है। इसी वजह से यमुना का जलस्तर दिल्ली में खतरे से ऊपर जाते ही हरियाणा में भी यमुना से लगते क्षेत्र डूब गए। उन्होंने बताया कि 31में से 5 गेट बंद रहने की वजह से दिल्ली में पानी का स्तर 15% ज्यादा ऊपर गया और कई इलाके पानी में डूब गये। इससे पहले दिल्ली सरकार ने 2019 में, 2021 में और 2022 में भी गेट के रखरखाव संबंधी पत्र लिखे और इनको दिल्ली सरकार को सौंपने की गुजारिश भी की, लेकिन मुख्यमंत्री खट्टर ने जानबूझकर दिल्ली को डुबाने का काम किया। उन्होंने कहा कि सीएम खट्टर खुद पाक साफ बनने के चक्कर में अफसरों को बलि का बकरा बना देते हैं। मुख्यमंत्री खट्टर ज़रा खुल कर पूरे देश को बताएं कि बीजेपी कि आईटीओ बैराज के गेट बंद रखने और हथिनीकुंड से सारा पानी दिल्ली की तरफ छोडने वाली साजिश में सिर्फ ये अफसर ही शामिल हैं या सीएम खट्टर खुद भी ? वे हर मामले में अपनी जिम्मेदारी से भागने का काम कर रहे हैं।