Andhra Pradesh: आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) में जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती जा रही है वैसे-वैसे विजयवाड़ा के निवासी पीने के पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं। विजयवाड़ा की कई कॉलोनियों ने अपनी पानी की कमी की शिकायत की है। इसके परिणामस्वरूप निवासियों को नगर पालिका पानी के टैंकर मुहैया करा रही है जो दिन में सिर्फ एक बार आते हैं।
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विपक्षी दलों ने इस संकट के लिए वाईएसआर कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि सत्तारूढ़ दल सरकार की नाकामी की वजह से ये जल संकट पैदा हुआ है। बीजेपी नेता सादिनेनी यामिनी ने कहा कि फंड होने के बावजूद पोलावरम परियोजना सहित कई जरूरी जल परियोजनाएं पूरी होने का इंतजार कर रही हैं। सीपीएम नेता बाबू राव ने पानी की कमी के मुद्दे को उठाने में असफल रहने के लिए राज्य और केंद्र दोनों सरकारों को दोषी ठहराया है।
बीजेपी नेता सादिनेनी यामिनी का कहना है कि पिछले पांच साल में केंद्र ने पोलावरम सहित जल परियोजनाओं के लिए हजारों करोड़ रुपये जारी किए हैं। हालांकि, वाईएसआरसीपी सरकार ने परियोजनाओं को पूरा करने के बारे में कभी नहीं सोचा है। इससे खासकर कडप्पा, नेल्लोर, चित्तूर और तिरूपति जिलों में लोग प्रभावित हो रहे हैं। राज्य के कई हिस्सों में लोग खाली बर्तन लेकर पीने के पानी का इंतजार कर रहे हैं।
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सीपीआई (एम) राज्य सचिवालय सदस्य बाबू राव का कहना है कि वाईएसआरसीपी की राज्य सरकार सिंचाई और पीने के पानी से संबंधित हालाते से निपटने में पूरी तरह से असफल रही है। प्रमुख परियोजना, पोलावरम को राष्ट्रीय परियोजना के रूप में ऐलान किया गया था, लेकिन केंद्र और राज्य सरकार दोनों इसे संबोधित करने में असफल रहे। केंद्र सरकार ने फंड जारी नहीं किए और राज्य सरकार ने परियोजना को पूरा करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई।