(राहुल सहजवानी): पंचायत चुनावों के ऐलान होते ही सियासी हलचल भी तेज हो गई है। वही अपनी-अपनी दावेदारी करने वाले अब नेताओं को मिल रहे हैं। यमुनानगर में भी कई ग्रामीण इलाकों से आई महिला मोर्चा की कई कार्यकर्ता शिक्षा मंत्री कवँरपाल गुर्जर से इन चुनावों को लेकर मिली और उन्होंने अपने इलाकों से चुनाव लड़ने वालों के बारे में चर्चा की। वहीं शिक्षा मंत्री ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह बहुत ही अच्छी बात है कि महिलाओं में भी इन चुनावों को लेकर उत्साह है और आज महिला मोर्चा मुझसे मिलने आई थी। वहीं शिक्षा मंत्री ने आदमपुर उपचुनाव और पंचायत चुनावों में लेकर की गई पार्टी की तैयारियों पर विस्तृत बातचीत की।
पंचायत चुनावों का बिगुल बज चुका है और गांव की सरकार बनाने को लेकर तैयारियां तेज हो चुकी है। हालांकि अभी चुनाव आयोग द्वारा पहले फेज में 10 जिलों में चुनाव के बारे में ऐलान किया गया है। वही हरियाणा के शिक्षा मंत्री कवँरपाल गुर्जर ने कहा कि पंचायत चुनावों को लेकर हम पूरे तरीके से तैयार हैं ।पहले ही पंचायत समिति के लिए हमारी चुनाव समितियां गठित की गई हैं और हमारे कार्यकर्ता भी इन चुनावों को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने कहा की हमारी सरकार ने बिना किसी भेदभाव के काम करवाए हैं तो इन चुनावों के नतीजे भारतीय जनता पार्टी के हक में आएंगे। वहीं उन्होंने बताया कि हम सिंबल पर यह चुनाव नहीं लड़ रहे इसके कई कारण है। इसको लेकर विस्तार से बैठक भी हुई थी। वहीं उन्होंने कहा कि अभी तक जब हम बिना सिंबल के लड़ रहे हैं तो ऐसे में जेजेपी बीजेपी के कार्यकर्ता जो समर्थन करने वाले हैं वह भी चुनावी मैदान में उतरेंगे लेकिन ऐसे समय में स्थानीय स्तर पर ही बैठकर लोग आपस में बातचीत कर लेते हैं। इसमें राज्य स्तर की कोई बात नहीं है।
वही आदमपुर उपचुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि जैसी धारणा है कि कुलदीप बिश्नोई कांग्रेस से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी में आए हैं और उन्होंने या उनके परिवार ने चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। हालांकि उनके द्वारा यह कहा गया है कि वह चुनाव नहीं लड़ना चाहते। उनके परिवार में से किसी को चुनाव लड़ाया जाए। लेकिन अब इस पर हमारी चुनाव समिति को फैसला करना है कि वह किसे मैदान में उतारेंगे। वहीं उन्होंने कहा कि किसी नेता या कार्यकर्ता के जाने का नुकसान तो होता ही है क्योंकि सोनाली फोगाट ने आदमपुर में काम किया और 34000 वोट भी उन्होंने लिए थे। लेकिन दुर्भाग्यवश वह अब हमारे बीच नहीं है तो कहीं ना कहीं उसका नुकसान तो होता ही है। लेकिन कार्यकर्ता जो मेहनत कर रहे हैं उस मेहनत का नतीजा आदमपुर चुनाव में देखने को मिलेगा और हम बड़े मार्जन के साथ यह सीट जीतेंगे।
Read also:फतेहाबाद जिला में एक ऐसा गांव जहां आजादी के बाद भी गांव के हालात ज्यों के त्यों
बीजेपी जेजेपी गठबंधन इस बार स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ रहा है। ऐसे में देखना होगा कि गांव की सरकार में ये गठबंधन कैसे किसका साथ निभाएगा। वही आदमपुर उपचुनाव में भी हर दल ने चुनावी ताल ठोक दी है। ऐसे में देखना होगा कि इस चुनावी रण में कौन बाजी मारता है। फिलहाल यह तो आने वाला समय ही तय करेगा लेकिन चुनाव की डेटो का ऐलान होने से सियासी पारा हाई जरूर होने वाला है।