नई दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन के मुताबिक, दिल्ली में अभी तक ओमिक्रॉन के 52 केस हैं, जो एयरपोर्ट से आए हैं, सिर्फ 3 केस कम्युनिटी स्प्रेड के हैं, बाकी सभी बाहर से एयरपोर्ट के जरिए आए लोग हैं, 3 मामले कम्यूनिटी स्प्रेड के भी हैं, उनके कॉन्टैक्ट के बारे में पता किया जा रहा है, 52 में से 18 लोगों की छुट्टी हो चुकी है, वे ठीक होकर घर जा चुके हैं, ये 52 केस LNJP और प्राइवेट अस्पतालों से हैं ।
कल केंद्र की तरफ से जो 54 केस बताए गए, उनमें 2 गलत थे, वे 2 केस गाजियाबाद में थे, दिल्ली में 52 केस ही थे, सत्येंद्र जैन ने दावा किया है, हालांकि इन 52 में से भी ज्यादातर लोग देश के दूसरे हिस्सों से हैं, जो दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचे और वे दिल्ली के अस्पतालों में भर्ती हैं, अभी कोई भी मरीज सीरियस नहीं हैं, सभी मरीज स्टेबल हैं ।
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उन्होने कहा दिल्ली और सेंटर के डाटा में अंतर पर- दिल्ली सरकार के लैब भी टेस्ट कर रहे हैं और सेंटर के लैब भी टेस्ट कर रहे हैं, जब तक सेंटर के लैब की रिपोर्ट हमारे पास ऑफिशियली नहीं आती, तब तक हम कैसे बता सकते हैं ।
बूस्टर डोज पर मुख्यमंत्री ने कहा है कि जिन लोगों को दोनों डोज वैक्सीन लग चुकी है और जो बूस्टर डोज के लिए एलिजिबल हैं, उन सबको बूस्टर डोज लगा देनी चाहिए ।
सबके जिनोम सिक्वेंसिंग पर कल ही सभी के टेस्ट के ऑर्डर दिए गए हैं, आज से सभी सैम्पल्स जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए जाएंगे, दिल्ली सरकार के पास लगभग 200 टेस्ट करने की कैपेसिटी है, सेंटर के पास इससे ज्यादा है, हर दिन हम 400-500 से ज्यादा टेस्ट तो कर ही सकते हैं, जिनोम सीक्वेंसिंग से ही पता चले सकेगा कि सोसाइटी में कितने लोग ओमिक्रॉन पॉजिटिव हैं ।