दिल्ली( प्रदीप कुमार): कोरोना से हालात देशभर में बेहद खराब है । आपात सुविधाओं के अभाव के कारण भारत में मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ ही रहा है। हांलाकि भारत कोरोना मरीजों की सहायता के लिए प्लांट और अन्य उपकरणों का इंतजाम कर रहा है लेकिन उसमें थोड़ा समय लगेगा । यही वजह है कि भारत को अन्य देशों से मदद की जरुरत पड़ी ।
गौरतलब है कि रूस की वैक्सीन स्पुतनिक-V की पहली खेप आज भारत आ जाएगी । इस खेप में रूस की ओर से करीब डेढ़ से दो लाख डोज भेजी जा रही हैं । कोरोना के बढ़ते ममालों के बीच यह बड़ी सहायता है । माना जा रहा है कि वैक्सीन के आने से कोरोना की दूसरी लहर से निपटने में भारत को मदद मिल सकती है ।
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इसके साथ ही 40 से ज्यादा देश भारत की मदद के लिए अब तक सामने आ चुके है जिस पर विदेश मंत्रालय ने आभार जताते हुए कहा है कि भारत की वैश्विक छवि की वजह से ही भारत को मदद मिली है । बता दें विभिन्न देशों द्दारा दवाईया, मेडिकल उपकरण और ऑक्सीजन को हवाई रास्ते के माध्यम से भेजा जा रहा है । जिससे भारत को कोरोना से लड़ने में काफी मदद मिल सकेगी ।