Himachal Pradesh: केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने सोमवार 22 अप्रैल को विपक्षी दलों को घेरते हुए कहा कि उसके भ्रष्टाचार की पोल खुल गई है कि उन्होंने लोगों को कैसे लूटा है। अनुराग ठाकुर ने ये बात 25,753 शिक्षकों की नियुक्तियों को रद्द करने के कलकत्ता हाई कोर्ट (Kolkta High Court) के आदेश पर कही।
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अनुराग ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में कहा कि नकद के बदले नौकरी अब आरोप नहीं है बल्कि ये सिद्ध हो गया है। उन्होने कहा कि ममता बनर्जी की सरकार के वक्त हुए घोटाले की वजह से लाखों लोगों के साथ भेदबाव हुआ, भ्रष्टाचार हुआ और भाई-भतीजावाद हुआ। उन्होंने कहा कि 25,753 लोगों की नौकरियों को निरस्त करने का कलकत्ता हाई कोर्ट ने जो फैसला दिया है उससे वे अपने आप को कितना ठगा हुआ महसूस कर रहे होंगे। कलकत्ता हाई कोर्ट ने सोमवार को पश्चिम बंगाल सरकार के प्रायोजित और उसकी मदद से चलने वाले स्कूलों में राज्य स्तरीय चयन परीक्षा -2016 (एसएलएसटी) की भर्ती प्रक्रिया के जरिए की गई 25,753 शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की नियुक्तियों को रद्द करने का आदेश दिया। अनुराग ठाकुर ने बिलासपुर के घुमारवीं हुई हमीरपुर की चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक में दूसरे बीजेपी नेताओं के साथ हिस्सा लिया।
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केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि विपक्ष की एक बार फिर भ्रष्टाचार की पोल खुली है कि कैसे उन्होंने जनता को ठगा, नकद के बदले नौकरी, ये आरोप ही नहीं अब ये सिद्ध भी हो गया है। ममता बनर्जी की सरकार के समय कैसे भर्ती घोटाला हुआ लेकिन खामियाजा कितने लोगों को भुगतना पड़ा। लाखों लोगों के साथ भेदभाव हुआ, भ्रष्टाचार हुआ, भाई-भतीजावाद हुआ और अब कोर्ट ने निर्णय दिया है कि 25,753 लोगों की उन नौकरियों को निरस्त किया जाए।