(इशिका)- UJJAIN BHASAM AARTI-उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती के साथ सावन के पावन पर्व की शुरुआत हो चुकी है। आज सावन का पहला दिन है और श्रद्धालुओं में अलग ही उमंग और उत्साह देखने को मिल रहा है। शिव भक्त इस पावन पर्व में महाकाल के दर्शन करने के लिए उज्जैन जाते है। सावन महीने में भगवान शिव की पूजा अर्चना के समय में भी बदलाव आता है।
सावन के महीने में देश भर के श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन करने पहुंचे है, सावन के पहले दिन महाकाल के दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं की कतारें लगी हुई है।
70 दिन तक बंद रहेगा गर्भगृह में प्रवेश
इस बार सावन 59 दिन के होंगे, इसलिए भक्त भी लाखों की संख्या में दर्शन के लिए आएंगे। इस बार मंदिर समिति ने व्यापक व्यवस्था की है। मंदिर के पट सोमवार के दिन रात्रि 2.30 बजे खोल दिए जाएंगे और बाकी दिन रात्रि 3.00 बजे खोलें जाएंगे । 4 जुलाई से 11 सितंबर तक गर्भगृह में भक्तों का प्रवेश वर्जित रहेगा, केवल पुजारी ही पूजा कर सकते है।
इस बार भक्त चलित भस्म आरती से दर्शन कर पाएंगे। गर्भगृह से दर्शन और पूजा की व्यवस्था अधिक मास खत्म होने के बाद फिर से शुरु होगी। मंदिर प्रशासन ने दावा किया है कि इस बार भक्तों को 40 मिनट में दर्शन करा दिए जाएंगे। प्रवेश द्वार से महाकाल दर्शन तक 40 मिनट का समय लगेगा।
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हर सोमवार विशेष श्रृंगार के साथ निकलेगी शाही सवारी
आज से पुजारी महाकाल का विभिन्न द्रव्यों से अभिषेक करेंगे और भांग से विशेष श्रृंगार कर भस्म चढाएंगे। शाम को महाकाल का विशेष श्रृंगार किया जाएगा और पूरे महीने बाबा अलग-अलग श्रृंगार में नजर आएंगे। सावन के महीने में बाबा महाकाल की हर सोमवार शाही सवारी निकाली जाती है, इस बार भी पूरे ठाठ-बाट के साथ बाबा की सवारी निकाली जाएगी।