भारत में रंगो का त्योहार होली करीब आ चुका है, ऐसे लोग होली और होलीका दहन करने की तैयारियों मे जोरों शोरों से जुटे हुए हैं। देश में अलग अलग तरह से होली को मनाने की परंपरा है। इसी क्रम में दिल्ली से एक खबर सामने आई है, जहा पर श्री सनातन धर्म कपिलेश्वर मन्दिर समिति, कपिल विहार के सहयोग से ऑर्गेनिक होलिका दहन के रुप में मनाया जाएगा।
गौमय आधारित ऑर्गेनिक होली का उद्देश्य
ऑर्गेनिक होलिका दहन मनाने का उदेश्य है कि पर्यावरण को दूषित न करना, और कचरा व प्लास्टिक मुक्त अनोखी होली मनाने की एक नई पहल की गई है। श्री सनातन धर्म कपिलेश्वर मन्दिर समिति का मानना है कि भगवान प्रह्लाद पर किसी भी तरह का कचरा, प्लास्टिक व अशुद्ध सामग्री डाल कर भगवान के शाप एवम पाप के भागी न बनें। आपको बता दें कि यह दिल्ली की पहली ऑर्गेनिक होली मनाई जाएगी।
ऑर्गेनिक होली क्या कुछ रहेगा खास ?
बता दें कि इस होली में केवल देशी गाय के गोबर से बनी लकड़ियां (गोमय काष्ठ), उपले और शुद्ध हवन सामग्री का ही प्रयोग किया जाएगा, इस तरह से इसे ऑर्गेनिक होली का रुप दिया जा रहा है।
होलिका दहन लोगों के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?
इस दिन लोग होलिका की पूजा भी करते हैं। हिंदू पौराणिक कथाओं में ये माना जाता है कि होलिका पूजा करने से सभी के घर में समृद्धि आती है। लोगों का मानना है कि होलिका पूजा करने के बाद वे सभी प्रकार के भय पर विजय प्राप्त कर सकते हैं।
होलिका दहन 2023 फाल्गुन पूर्णिमा तिथि और समय, शुभ मुहूर्त, भद्रा काल
- होलिका दहन: मंगलवार 07 मार्च 2023
- होलिका दहन का समय: 07 मार्च, शाम 06:24 से रात 08:51
- भद्रा पुंछ: दोपहर 12:42 से 02:01
- भद्रा मुख: दोपहर 02:01 से शाम 04:11 तक
- फाल्गुन पूर्णिमा तिथि आरंभ: 06 मार्च, शाम 04:17 से
- फाल्गुन पूर्णिमा तिथि समाप्त: 07 मार्च, शाम 06:09 तक
- रंगोत्वस या होली का त्योहार: बुधवार 08 मार्च को मनाया जाएगा