(आरिफ खान): उमेश पाल शूटआउट और कांड में पुलिस मुठभेड़ में ढेर हुआ 50 हजार का इनामी विजय चौधरी उर्फ उस्मान बेहद शातिर अपराधी है। विजय चौधरी उर्फ उस्मान के खिलाफ अब तक सिर्फ दो मुकदमे दर्ज हैं। उस्मान एक वाहन चोरी के मामले में जेल गया था। दूसरा मुकदमा गांव की लड़की को भगा कर शादी करने के मामले में दर्ज हुआ था। विजय चौधरी उर्फ उस्मान का बड़ा भाई राकेश चौधरी भी शातिर अपराधी है। राकेश चौधरी के खिलाफ 14 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। जिसमें ज्यादातर वाहन चोरी के मामले दर्ज हैं।
वाहन चोरी के मामले में राकेश चौधरी नैनी सेंट्रल जेल में बंद था। कई साल पहले नैनी जेल से जिला कोर्ट पेशी लाते समय प्रिजन वैन का ताला तोड़कर लगभग एक दर्जन कैदी फरार हो गए थे। जिसमें राकेश चौधरी भी शामिल था। इसके बाद राकेश चौधरी ने मध्यप्रदेश के सतना में सरेंडर किया था और कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया था।
मुठभेड़ में मारा गया विजय चौधरी उर्फ उस्मान ने करीब 2 साल पहले गांव की ब्राह्मण समाज की लड़की को भगा कर जबरन उससे शादी कर ली थी। इस मामले में उसके खिलाफ कौंधियारा थाने में एफ आई आर भी दर्ज है। उसके बाद से विजय चौधरी उर्फ उस्मान गांव में बेहद कम जाता था। इसी बीच वह अतीक अहमद गैंग के संपर्क में आया। जिसके बाद उमेश पाल शूटआउट कांड में वह शामिल हुआ।
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बताया जाता है कि उमेश पाल पर पहली गोली चलाने वाला विजय चौधरी उर्फ उस्मान ही है। विजय चौधरी ने अतीक अहमद गैंग के संपर्क में आने के बाद धर्म परिवर्तन कर लिया था। जिसके बाद ही उसे उस्मान नाम मिला था।हालाकि उस्मान की पत्नी सोहनी का कहना है की मेरा पति कल रात से निकले थे पुलिस वाले आए थे बोल रहे थे अपने पति को आवाज दे कर बुलाव पुलिस की इस तरह की हरकतों से लगने लगा था पुलिस हमारे पति को मार देगी।