PM मोदी ने की जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज से मुलाकात, एशिया-पैसेफिक कॉन्फ्रेंस ऑफ जर्मन बिजनेस 2024 का किया उद्घाटन

Hyderabad: PM Modi meets German Chancellor Olaf Scholz, inaugurates Asia-Pacific Conference of German Business 2024,

Hyderabad: पीएम मोदी ने आज जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज से मुलाकात की। दिल्ली के हैदराबाद हाउस में पीएम मोदी ने जर्मनी के चांसलर से मुलाकात के बाद कहा कि यूक्रेन और वेस्ट एशिया में जारी विवाद दोनों ही देशों के लिए चिंता का विषय है। भारत का हमेशा मानना रहा है कि युद्ध किसी भी मसले का हल नहीं है और शांति लाने के लिए भारत हर मुमकिन कोशिश करने को तैयार हैं।पीएम मोदी ने कहा कि भारत का हमेशा से मत रहा है कि युद्ध से समस्याओं का समाधान नहीं हो सकता।

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पीएम मोदी ने आगे कहा दुनिया तनाव, संघर्ष और अनिश्चितता के दौर से गुजर रही है। हिंद-प्रशांत क्षेत्र में, कानून के शासन और नेविगेशन की स्वतंत्रता को लेकर गंभीर चिंताएं हैं।ऐसे समय में भारत और जर्मनी के बीच रणनीतिक साझेदारी उभर कर सामने आई है। प्रधानमंत्री ने जर्मनी की तरफ से घोषित भारत पर ध्यान केंद्रित रणनीति का भी स्वागत किया। मोदी ने कहा मुझे खुशी है कि अपनी साझेदारी को बढ़ाने के लिए हम कई नई और महत्वपूर्ण पहल कर रहे हैं और संपूर्ण सरकार’ से संपूर्ण राष्ट्र दृष्टिकोण की ओर बढ़ रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि रक्षा और सुरक्षा क्षेत्रों में बढ़ता सहयोग हमारे गहरे आपसी विश्वास का प्रतीक है।

इसके अलावा पीएम मोदी ने जर्मनी के निवेशकों को भारत में निवेश करने का न्योता दिया।पीएम मोदी ने कहा कि, ‘निवेश के लिए भारत से बेहतर कोई जगह नहीं है और देश की विकास गाथा का हिस्सा बनने का यह सही समय है।पीएम मोदी ने जर्मनी के कुशल भारतीय कार्यबल के लिए वीजा की संख्या 20,000 से बढ़ाकर 90,000 करने का फैसले का भी स्वागत किया। वहीं पीएम मोदी के संबोधन के बाद जर्मनी के चांसलर ने भी भारत के साथ मजबूत रिश्तों पर बात की। चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने कहा कि 25 साल पहले, हमने जर्मनी और भारत के बीच रणनीतिक साझेदारी बनाई थी। हमारा सहयोग पहले से कहीं ज़्यादा भरोसेमंद, ठोस और सार्थक हो गया है।

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इस मौके पर जर्मन चांसलर ने कहा कि रूस-यूक्रेन के बीच संघर्ष का पूरे विश्व पर असर पड़ा है।एक स्थिर भारत वैश्विक हित मे है।रूस यूक्रेन संघर्ष का अंत होना चाहिए।जर्मन चांसलर ने आगे कहा कि भारत ने पूरी निष्पक्षता के साथ इस युद्ध को समाप्त करने की पहल की है।इसके अलावा गजा में इजरायल हमास के बीच संघर्ष विराम होना चाहिए।

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