(प्रदीप कुमार): राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बीच कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर भी हलचल तेज है। इस चुनाव की निष्पक्षता को लेकर अपने ही सवाल उठा रहे हैं। पार्टी सांसद और अध्यक्ष पद के संभावित उम्मीदवार शशि थरूर समेत पांच सांसदों ने चुनाव प्रभारी मधुसूदन मिस्त्री को पत्र लिखकर वोटरों व प्रत्याशियों को मतदाता सूचियां उपलब्ध कराने की मांग की है।
जानकारी के मुताबिक कांग्रेस सांसद शशि थरूर, मनीष तिवारी, कार्ति चिदंबरम, प्रद्युत बारदोलोई और अब्दुल खलिक ने कांग्रेस चुनाव प्राधिकरण CEC के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री को पत्र लिखकर नामांकन प्रक्रिया शुरू होने से पहले प्रदेश कांग्रेस संगठनों के निर्वाचक मंडल की लिस्ट मतदाताओं और संभावित उम्मीदवारों को मुहैया कराने की मांग की है। इन पांचों लोकसभा सदस्यों ने अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया की निष्पक्षता और पारदर्शिता को लेकर चिंता जाहिर की है।
यह पत्र कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो’ यात्रा से एक दिन पहले छह सितंबर को लिखा गया है। इन सांसदों ने पहले भी यह सूची सार्वजनिक करने का आग्रह किया था, जिससे मिस्त्री ने साफ इनकार कर दिया था। अब इन सांसदों ने अपने पत्र में कहा है कि उनके कहने का यह मतलब कतई नहीं है कि पार्टी के किसी आंतरिक दस्तावेज को ऐसे ढंग से जारी किया जाए कि इसका किसी भी तरीके से दुरुपयोग हो।
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कांग्रेस के इन सांसदों ने पहले मतदाता सूचियां सार्वजनिक करने का आग्रह किया था, लेकिन मिस्त्री ने ऐसा करने से इनकार कर दिया था। अब मिस्त्री को विधिवत पत्र लिख सूचियां प्रत्याशियों व वोटरों को उपलब्ध कराने की मांग की गई है। इन सांसदों ने कहा है कि वे नहीं चाहते हैं कि पार्टी के गुप्त व आंतरिक दस्तावेज सार्वजनिक हों या उनका दुरुपयोग किया जा सके। पांचों सांसदों ने मांग की कि अध्यक्ष पद के चुनाव की नामांकन प्रक्रिया शुरू होने से पहले प्रदेश कांग्रेस कमेटियों के निर्वाचक मंडलों की सूचियां पार्टी के वोटरों और संभावित उम्मीदवारों को दी जाएं।
इस बीच भारत जोड़ो यात्रा पर निकले राहुल गांधी ने भी पार्टी अध्यक्ष पद पर चुनाव को लेकर संस्पेंस बढ़ा दिया है।राहुल गांधी से जब इस बारे में सवाल पूछा गया तो जवाब ‘कोडवर्ड’ में मिला। राहुल गांधी ने कहा कि वह यह फैसला कर चुके हैं कि पार्टी के अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर उन्हें क्या करना है।हालांकि राहुल गांधी ने यह नहीं बताया कि उनका फैसला क्या है।
राहुल के इस जवाब ने विरोधी खेमे की बेचैनी और बढ़ा दी है। पार्टी के अगले अध्यक्ष के लिए संभावित नाम में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम भी चल रहा है तो वहीं शशि थरूर जैसे नेता भी हैं जो यह कह रहे हैं कि अधिक से अधिक लोगों को चुनाव लड़ना चाहिए। कांग्रेस की ओर से घोषित चुनाव कार्यक्रम के अनुसार, 22 सितंबर को पार्टी अध्यक्ष पद के चुनाव की अधिसूचना जारी होगी, 24 सितंबर से नामांकन दाखिल किए जा सकते हैं और यदि एक से अधिक उम्मीदवार हुए तो 17 अक्टूबर को मतदान होगा।
दरअसल कांग्रेस इस समय बड़े आंतरिक असंतोष से जूझ रही है। कपिल सिब्बल, गुलाम नबी आजाद जैसे कई बड़े नेता पार्टी छोड़ चुके हैं। जी-23 से जुड़े कई नेता पार्टी में बड़े बदलाव की मांग कई महीनों से कर रहे हैं। इस बीच, गांधी परिवार के अलावा किसी अन्य को कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की मांग भी उठी है। आगामी कुछ महीनों में देश के कई राज्यों में अहम चुनाव और 2024 में आम चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में कांग्रेस के लिए नया नेतृत्व व पार्टी के संगठन से लेकर जमीनी स्तर तक पुनर्गठन की मांग जोर पकड़ रही है।
बहरहाल इस पूरे घटनाक्रम को देखकर कहा जा रहा है कि इस बार कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष को लेकर एकतरफा फैसला मुश्किल होने वाला है।