रायसीना डायलॉग में विदेश मंत्री जयशंकर ने न्यूजीलैंड PM को शुक्रिया कहकर दिया बड़ा बयान

Foreign Minister Jaishankar:

Foreign Minister Jaishankar: केंद्रीय विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने सोमवार को कहा कि रायसीना डायलॉग एक ऐसा मंच है, जिसमें विश्व नेताओं के बीच चर्चा से ‘ईमानदार बातचीत, नए विचारों और रचनात्मक समाधानों’ तक पहुंचा जा सकता है।उन्होंने कहा, “मैं हमारे मुख्य अतिथि, न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन को शुक्रिया कहना चाहता हूं। उनके पास न केवल भारत के बारे में पर्याप्त ज्ञान है, बल्कि हमारे संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए उनमें प्रतिबद्धता भी है।

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हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर उनका नजरिया ऐसे वक्त में खासतौर मूल्यवान है जब विश्व वैश्विक व्यवस्था की प्रकृति पर बहस कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए मैं उनकी दूरदर्शिता और प्रेरणा के लिए गहरी सराहना दोहराता हूं, जिसने हमारे संवाद को आगे बढ़ाया है। जैसा कि हम इसके 10वें संस्करण की शुरुआत कर रहे हैं, मुझे उम्मीद है कि हम भारत द्वारा विश्व स्तरीय सम्मेलन की मेजबानी की उनकी उम्मीदों पर खरे उतरेंगे।”भू-राजनीति और भू-अर्थशास्त्र पर भारत के तीन दिवसीय रायसीना डायलॉग में 125 देशों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।

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एस.जयशंकर, विदेश मंत्री: मैं हमारे मुख्य अतिथि, न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन को शुक्रिया कहना चाहता हूं। उनके पास न केवल भारत के बारे में पर्याप्त ज्ञान है, बल्कि हमारे संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए उनमें प्रतिबद्धता भी है। हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर उनका नजरिया ऐसे वक्त में खासतौर मूल्यवान है जब विश्व वैश्विक व्यवस्था की प्रकृति पर बहस कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए मैं उनकी दूरदर्शिता और प्रेरणा के लिए गहरी सराहना दोहराता हूं, जिसने हमारे संवाद को आगे बढ़ाया है। जैसा कि हम इसके 10वें संस्करण की शुरुआत कर रहे हैं, मुझे उम्मीद है कि हम भारत द्वारा विश्व स्तरीय सम्मेलन की मेजबानी की उनकी उम्मीदों पर खरे उतरेंगे।

“आपके बिना रायसीना वो नहीं बन पाता जो बन गया है, विश्व व्यवस्था स्पष्ट रूप से एक बड़े परिवर्तन से गुजर रही है। इसके लिए नेतृत्व की जरूरत है जैसा कि आज हमारे पास मौजूद है। इसके लिए अलग ढंग से सोचने की जरूरत है, न कि नए हालातों से निपटने के लिए पुरानी मान्यताओं पर निर्भर रहने की। इसके लिए ईमानदार बातचीत, नए विचारों और रचनात्मक समाधानों की जरूरत है।

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