भारत का लहसुन एक्सपोर्ट बढ़ा, ड्रैगन की क्यों बढ़ी परेशानी ?

(अशोक पाल)- Garlic export– भारत के लहसुन का एक्सपोर्ट लगातार बढ़ता जा रहा है. हर दिन खाने पीने में इस्तेमाल होने वाला लहसुन चीन के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है. वहीं दो देशों के बीच एक नई जंग की वजह लहसुन बन सकती है. इस बीच भारत का लहसुन एक्सपोर्ट बढ़ा रहा है। दुनिया में मसालों का व्यापार करने वाले सबसे अग्रणी देशों में भारत का नाम शुमार है. प्राचीन काल का मसाला ट्रेड रूट भारत से गुजरता था...Garlic export

अगर बीते साल के आंकड़ों को देखें तो भारत के मसाला एक्सपोर्ट में लहसुन की हिस्सेदारी तेजी से बढ़ी है. स्पाइस बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक 2022-23 की अप्रैल से जनवरी यानी सिर्फ 10 महीनों में लहसुन के एक्सपोर्ट में 165% की ग्रोथ दर्ज की गई है. भारत में करीब 32.7 लाख टन लहसुन का उत्पादन होता है.

भारत में सबसे ज्यादा लहसुन का उतपादन मध्य प्रदेश में होता है. चीन में उत्पादन गिरने के बावजूद वह दुनिया में नंबर-1 है. चीन में हर साल करीब 2 से 2.5 करोड़ टन लहसुन का उत्पादन होता है, वहीं दोनों देशों में इसका अधिकतर उपयोग घरेलू स्तर पर ही हो जाता है।

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चीन के मुकाबले भारत का लहसुन थोड़ा छोटे आकार का होता है. वहीं इसका रेट चीन के मुकाबले काफी कम है. चीनी लहसुन की ग्लोबल मार्केट में 1250 डॉलर प्रति टन कीमत है, तो वहीं भारतीय लहसुन 450 से 1000 डॉलर प्रति टन तक मिलता है. इसलिए भारत गरीब से लेकर अमीर देशों तक के हिसाब से लहसुन की क्वालिटी उपलब्ध करा पाता है. चीनी लहसुन की मांग अधिकतर अमेरिका और यूरोपीय देशों में है, जबकि भारत मलेशिया, थाईलैंड, नेपाल और वियतनाम को लहसुन बड़े पैमाने पर निर्यात करता है।

भारत लंबे समय से चीनी लहसुन का आयात नहीं करता है, ताकि घरेलू किसानों की सुरक्षा की जा सके. वहीं चीन अक्सर नेपाल और बांग्लादेश के रास्ते इसकी यहां डंपिंग करता है. इन दोनों ही देशों के साथ भारत लहसुन का ड्यूटी फ्री व्यापार करता है. भारत पहुंचने वाला चीनी लहसुन कई बैक्टीरिया और बीमारियों को साथ लेकर पहुंचता है. ये लोगों की सेहत पर असर डालता है. इस दौरान भारत ने 47,329 टन लहसुन का एक्सपोर्ट किया. जबकि पूर वित्त वर्ष में ये निर्यात 57,346 टन रहा, जो 2021-22 के मुकाबले 159% अधिक था. अभी 2023-24 के आंकेड़े आने बाकी हैं. इसके उलट चीन के लहसुन उत्पादन में 25% तक की गिरावट दर्ज की गई है. भारत का लहसुन पश्चिमी एशियाई और अफ्रीकी देशों में तेजी से पॉपुलर हुआ है।

हाल में एक वायरल वीडियो में दावा किया गया है कि चीन में लहसुन ‘सीवर के पानी’ में पैदा होता है. इसे सफेद दिखाने के लिए आर्टिफिशियल तरीके से ‘ब्लीच’ किया जाता है.

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