Jammu Kashmir: जम्मू कश्मीर की अमरनाथ यात्रा पर हर साल लाखों श्रद्धालु कम तापमान और ऊंचाई की चुनौतियों का सामना करते हुए निकलते हैं। श्रद्धालुओं के लिए यात्रा मार्ग में धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने कई भंडारों और सामुदायिक रसोई लगाई हुई हैं। इनके सहयोग के बिना यह तीर्थयात्रा काफी मुश्किल मानी जाती है।
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उत्तर भारत के कई धार्मिक संगठनों के लोग हर साल अमरनाथ यात्रा के दौरान यहां भंडारा चलाते हैं। ये सामुदायिक रसोईघर न केवल मुफ्त में भोजन कराते हैं बल्कि ठहरने की व्यवस्था भी करते हैं। इसके अलाव भजन-आरती भी सुबह शाम पंडालों में होती है। अमरनाथ यात्रा महादेव के भक्तों की एक वार्षिक तीर्थयात्रा है। अनंतनाग जिले में 3800 मीटर से ज्यादा की ऊंचाई पर स्थित गुफा में प्राकृतिक रूप से निर्मित बर्फ के शिवलिंग के दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालु हर साल पहुंचते हैं।
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इस साल तीन जुलाई को यात्रा शुरू हुई थी। तब से अब तक लगभग 1.38 लाख तीर्थयात्री गुफा मंदिर के दर्शन कर चुके हैं। 38 दिनों की यह तीर्थयात्रा 9 अगस्त को समाप्त होगी।