Jammu Kashmir News: मीनाक्षी देवी शर्मा, ई-रिक्शा ड्राइवर: दो साल से ये बीमार है इसलिए मुझे ऑटो चलना पड़ा। क्योंकि इनकम सोर्स कुछ नहीं था। तो इनका दवाइयां का खर्चा भी है, बच्चों का खर्चा भी है। तो इस कारण मैंने ये चलाना पड़ा मुझे। आज मैं अच्छा कमाती हूं, अच्छा खासा कमाती हूं। तो मेरा जिससे घर का खर्चा चल रहा है।लोग मुझे देखते हैं, जहां कहीं भी मैं निकलती हूं तो लोग मुझे देखते हैं। लोग एक-दूसरे को बोलते रहते हैं कि देखो ‘आई ऑटो वाली’ तो। लड़कियां बोलती हैं कि सिखाओं हमें। मैंने बहुत हिम्मत से काम किया है क्योंकि मेरे पास और कोई सोर्स ही नहीं था कि मैं इनका इलाज करा सकूं। मेरे पास आखिरी यहीं फैसला था तो मैंने ये लिया।
Read also-नए मुख्यमंत्रियों के चुनाव के लिए बीजेपी शुक्रवार को केंद्रीय पर्यवेक्षकों के नाम का ऐलान सकती है
पम्मी शर्मा, मीनाक्षी के पति:सब भाइयों की सपोर्ट मिल रही है, जिसकी वजह से हमारा रोजगार चल रहा है आज। नहीं तो बहुत मुश्किल था क्योंकि दवाइयों के खर्चे पूरे करने थे, बच्चे पढ़ाने थे। चिंता में रहता था दिमाग, चलो अभी बीमार हूं लेकिन दिमाग से इतना तो हट गया ना कि खर्चा चल रहा है, इतनी दिमाग से टेंशन खत्म हुई, नहीं तो बहुत टेंशन थी।”मोहसिन गनई, अध्यक्ष ऑटो रिक्शा एसोसिएशन, भद्रवाह:”पहले तो हमें भी लगता था कि लड़की है नहीं कर पाएगी, अभी-अभी आई है तो एक्सीडेंट ना करे। तो कहीं ना कहीं हम भी थोड़ा परेशान रहते थे कि इस महिला की वजह से कहीं हमें भी और बाकी गाड़ियों के परेशानी ना हो। जब हम सब लोगों ने इसके घर का बैकग्राउंड पता किया कि ये किस वजह से इसमें आई हुई है, ये क्यों ऑटो चला रही है। तो कहीं ना कहीं हमें भी बहुत फील हुआ। उसके घर की हालत बहुत नाजुक है, उसके जो पति हैं वो डायलिसिस पर हैं।
जम्मू कश्मीर में भद्रवाह के चिनाब इलाके में मीनाक्षी देवी शर्मा ई-रिक्शा चला कर लोगों का ध्यान खींच रही हैं। पति के बीमार होने की वजह से उन्हें गृहस्थी की गाड़ी खुद की चलानी पड़ रही है।जब उनके पति को किडनी की बीमारी का पता चला, तो इलाज के बढ़ते बिलों और दूसरे खर्चों ने परिवार को कर्ज के बोझ में डुबो दिया।इसी वजह से मीनाक्षी ने ई-रिक्शा खरीदकर और अपने पति से इसे चलाना सीखा। अब वे परिवार की गुजर-बसर कर पा रही हैं। मीनाक्षी के पति को शुरू में उनकी कामयाबी पर शक था। लेकिन अब उन्हें पत्नी पर गर्व है। मुश्किल वक्त में मीनाक्षी के फैसले की साथी ड्राइवर तारीफ करते हैं। मीनाक्षी अपने परिवार की रोजी-रोटी चलाने की सोचने वाली दूसरी तमाम महिलाओं के लिए प्रेरणा बन गई हैं।
( Source PTI )