Artificial Intelligence: केंद्र की मोदी सरकार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(AI) के जरिए आर्थिक अपराध पर शिकंजा कसने की पूरी तैयारी कर चुकी है, जिसमें मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी फंडिंग जैसे आर्थिक अपराध शामिल हैं। आर्थिक अपराधों के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने ये बड़ी तैयारी की है।
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आपको बता दें, सरकार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग के माध्यम से देश के आर्थिक चैनलों में मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी फंडिंग जैसे मामलों पर नकेल कसने की पूरी तैयारी कर चुकी है। इसीलिए ऐसी आर्थिक गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए वित्तीय सूचना इकाई (FIU) ने AI और मशीन लर्निंग को अपनाकर अपनी सूचना प्रौद्योगिकी प्रणाली का अत्याधुनिक 2.0 संस्करण लॉन्च कर दिया है।
वित्तीय वर्ष 2022-23 की एक ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि फिनटेक 2.0 से मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी फंडिंग पर लगाम लगाने में काफी मदद मिलेगी। यह उन्नत विश्लेषणात्मक क्षमताओं, बेहतर डेटा गुणवत्ता, व्यापक अनुपालन निगरानी और अत्याधुनिक सुरक्षा उपकरणों के लिए उभरती तकनीकियों से लैस है। इसकी सहायता से उच्च जोखिम वाले मामलों, संस्थाओं या रिपोर्टों की आसानी से पहचान करके तत्काल कार्रवाई के लिए आतंकवादी फंडिंग जैसी गतिविधियों को रोका जा सकता है।
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फिनटेक 2.0 के द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी फंडिंग पर नियंत्रण लगाने के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं। यह नई तकनीकी और वित्तीय उपायों का एक संयुक्त प्रयास है जो फिनटेक कंपनियों और वित्तीय संस्थाओं को उनकी सेवाओं को सुरक्षित और पारदर्शी बनाने में मदद करेगा।