( सत्यम कुशवाह ) केदारनाथ- उत्तर भारत में आसमानी आफत का कहर जारी है। उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश की वजह से केदारनाथ यात्रा भी रोक दी गई है। जिला प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए सोनप्रयाग और गौरीकुंड में रोक दिया है।
बारिश बनी आफत
उत्तराखंड में खराब मौसम और बारिश के चलते बुधवार को केदारनाथ यात्रा फिर से रोक दी गई है। प्रशासन ने यात्रियों को सोनप्रयाग और गौरीकुंड में रोक दिया है, क्योंकि मौसम विभाग ने अभी और बारिश का अलर्ट जारी किया है। लैंडस्लाइड के कारण कई सड़कें टूटने से रास्ता बंद हो गया है।
मौसम की मार से अब हर कोई परेशान है। उत्तर भारत में हो रही भीषण बारिश आफत बनी हुई है। उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के कारण पौडी गढ़वाल के कुंजोली बीरोंखाल गांव में भी एक मकान ढह गया। इसके अलावा उत्तरकाशी में गंगोत्री की ओर राष्ट्रीय राजमार्ग पर धराली में खीर गंगा के उफान से सड़क बह गई है। उत्तरकाशी जिला प्रशासन ने बताया है कि भारी बारिश के बीच पिछले 12 घंटों से बंद सड़क को खोलने के प्रयास जारी हैं। हरिद्वार जिले के लक्सर के कुआं खेड़ा गांव के पास सोनाली नदी का बांध टूटने से लक्सर क्षेत्र में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है ।
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हिमाचल प्रदेश में भी लगातार बारिश के कारण मंडी में बाढ़ की स्थिति बरकरार है। वहीं उत्तर प्रदेश के भी कई जिलों में भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हुए हैं। बारिश के कारण गंगा नदी का जलस्तर बढ़ा है और निचले इलाकों में पानी घुस गया है। यहीं नहीं हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए लगभग 2 लाख क्यूसेक पानी से दिल्ली व हरियाणा में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है, कई निचले इलाकों में घरों में यमुना का पानी घुसने के कारण लोग काफी दिक्कतों का सामना कर रहे हैं। सरकार और प्रशासन स्थिति का जायजा ले रहे हैं और लोगों की परेशानी कम हो इस पर काम कर रहे हैं। वहीं एनडीआरएफ ने भी राहत व बचाव करने के लिए कमर कस ली है।