Lok Sabha Election 2024:टीएमसी नेता और पश्चिम बंगाल की वित्त मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने गुरुवार को कहा कि ‘मोदी की गारंटी’ का कोई मतलब नहीं है, क्योंकि केंद्र की सभी योजनाओं की जांच से पता चलता है कि नतीजे उम्मीदों से काफी नीचे हैं। कोलकाता में प्रेस कॉफ्रेंस में उन्होंने मोदी की गारंटी को शून्य गारंटी बताया।
मोदी की गारंटी पर बंगाल की वित्त मंत्री ने कही ये बात
लोकशभा चुनाव से पहले बंगाल की वित्त मंत्री ने कहा कि हमने ‘मोदी की गारंटी शून्य गारंटी’ पर एक सीरीज शुरू की है। उन्होंने कहा था कि 2022 तक किसानों की कमाई दोगुनी हो जाएगी। अगर ऐसा होना था तो 2015 के बाद से उनकी कमाई में 10 फीसदी की बढ़ोतरी होनी चाहिए थी। हकीकत में ये सिर्फ साढ़े तीन फीसदी ही बढ़ी है। ‘स्वच्छ भारत’ मिशन के तहत पिछले पांच सालों में सीवर और सेप्टिक टैंक की सफाई करते समय 308 कर्मचारियों की जान चली गई है। इतनी जानें जाने के बावजूद कहां है स्वच्छता? 2015 में 550 जिलों से शुरू हुआ भारतमाला प्रोजेक्ट अब 806 जिलों तक पहुंच चुका है। इस पर इतना पैसा खर्च हो चुका है लेकिन प्रोजेक्ट का सिर्फ 39 फीसदी हिस्सा ही पूरा हो सका है ।
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आयुष्मान भारत’ में साढ़े सात लाख लाभार्थी…. है
कैग के मुताबिक ‘आयुष्मान भारत’ में साढ़े सात लाख लाभार्थी फर्जी हैं और मध्य प्रदेश में जिन 400 लोगों को मृत घोषित किया गया, उन्हें एक करोड़ रुपये से ज्यादा दिए गए हैं। ये क्या है? क्या ये पीएम मोदी की गारंटी है? उज्ज्वला योजना में, 1.2 करोड़ से अधिक परिवारों ने 2022-23 में कोई सिलेंडर/रिफिल नहीं खरीदा और दूसरे देढ़ करोड़ लाभार्थियों ने केवल एक रिफिल खरीदा है। तो मोदी की गारंटी जीरो गारंटी है। कोई एकरूपता नहीं रही है और हालात ब्रिटिश काल से भी खराब हैं, जहां अमीर लोग और अमीर हो गए हैं और गरीब और गरीब हो गए हैं।”
( Source PTI)