प्रदीप कुमार – लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला आज दिल्ली विश्वविद्यालय के सबसे प्रतिष्ठित महाविद्यालय में से एक दौलत राम कॉलेज के 61 वे वार्षिकोत्सव में शामिल हुए।इस मौके पर दौलतराम महाविद्यालय की चयनित छात्राओं ने कॉलेज सभागार के विशाल मंच पर अपनी नृत्य प्रतिभा का प्रदर्शन कर सभी का मन मोह लिया।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दौलत राम कॉलेज के वार्षिकोत्सव के अवसर पर अपना संबोधन दिया। *ओम बिरला ने कहा कि नारी शक्ति का सम्मान भारतीय परंपरा और संस्कृति का हिस्सा है। महात्मा ज्योतिबा फुले, सावित्री बाई फुले, बाबा साहब अंबेडकर जैसे समाज सुधारकों को याद करते हुए बिरला ने कहा कि महिला सशक्तिकरण में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।
स्पीकर बिरला ने कहा कि एक समय था जब महिला शिक्षा और उनके अधिकारों के लिए हमारे राष्ट्र नायकों ने संघर्ष किया।आज women development के अनुभवों से सीखते हुए women led development में भारत सम्पूर्ण विश्व के लिए उदाहरण बन रहा है।
स्पीकर बिरला ने कहा कि आज हर क्षेत्र में आत्मविश्वास से परिपूर्ण भारतीय महिलाओं की उपलब्धियां अमृत काल में देश के संकल्पों के साकार होने का विश्वास दिलाती हैं। स्पीकर ओम बिरला ने छात्राओं का आव्हान किया कि वे बाकी महिलाओं के जीवन में बदलाव लाते हुए देश के प्रति अपने लक्ष्यों को निर्धारित करें।
Read Also – कांग्रेस ने किरण भाई पटेल मामले में केंद्र सरकार पर राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का लगाया आरोप
कार्यक्रम में स्पीकर ओम बिरला ने छात्राओं की प्रतिभा की सराहना करते हुए कहा कि अलग-अलग राज्यों की विविधता और संस्कृति हमारी ताकत है।स्पीकर बिरला ने कहा कि अलग अलग राज्यो से आयी छात्राएं अपने भविष्य और विजन से देश को नई दिशा देगी।
आजादी के 75 साल पूरा होने का जिक्र करते हुए स्पीकर ओम बिरला ने शिक्षा क्षेत्र में हुई तरक्की को लेकर कहा कि भारत मे एक समय था जब भारत मे शिक्षा के लिए हमारे महानुभावो ने बड़ा संघर्ष किया। ज्योतिबा फुले और अन्य विभूतियों ने महिला शिक्षा के लिए बड़ी लंबी लड़ाई लड़ी।स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि आज महिलाये हर क्षेत्र में अव्वल है आज कोई ऐसा क्षेत्र नही है जहाँ महिलाये-युवा छात्राएं कार्य ना कर रही हो।
ओम बिरला ने कहा कि हर क्षेत्र में आज देश की महिलाएं अग्रिम भूमिका निभा रही हैं। फाइटर प्लेन से लेकर सीमाओं पर युद्ध हो, चाहे अर्ध सैनिक बल हो, हर जगह महिलायें अग्रिम पंक्ति पर खड़ी हैं। सेल्फ हेल्प ग्रुप के माध्यम से लाखों महिलायें अपने छोटे-छोटे उद्योग चलाकर समाज में एक बड़ा बदलाव ला रही हैं
स्पीकर ओम बिरला ने आगे कहा कि संसद के अंदर भी महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है।युवा संसद में भी महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है।आज महिलाये राजनीति के क्षेत्र में भी परचम लहरा रही है।संसद और विधानसभाओं में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है।
ओम बिरला ने कहा कि जब हमारा देश आज़ाद हुआ था, तब देश की संविधान सभा में महिलाओं की संख्या 15 थी। वहीं आज 115 महिला भारत की संसद में देश का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। और ग्रामीण क्षेत्र से लेकर शहरी क्षेत्र तक की सभी लोकतान्त्रिक संस्थाओं में आज 14 लाख से ज्यादा महिलायें नेतृत्व करते हुए समाज में सामाजिक और आर्थिक बदलाव ला रही हैं।
स्पीकर बिरला ने कहा कि पीएम ने लाल किले से 2047 में भारत को विकसित बनाने की घोषणा की थी,जब हम ये लक्ष्य हासिल करेंगे इसमे हमारे देश की महिलाओं और छात्राओं का बड़ा योगदान होगा।
स्पीकर ओम बिरला ने आह्वान किया कि छात्राएं अपने आसपास देखे,जहाँ शिक्षा की जरूरत है वहा शिक्षा की अलख जगाये।दिल्ली में कच्ची बस्तियों में जहाँ कही शिक्षा की कमी दिखे हमे वहां शिक्षा का दीपक जलाना है। स्पीकर बिरला ने कहा कि इस बदलते भारत मे हम भागीदारी नही नेतृत्व करेगे ये लक्ष्य आप तय करे।
स्पीकर ओम बिरला ने इस मौके पर प्रतिभावान छात्राओं और शिक्षक-शिक्षिकाओं को पुरस्कार भी वितरित किए।