प्रदीप कुमार – पीएम मोदी ने आज दिल्ली के पूसा स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के राष्ट्रीय कृषि विज्ञान परिसर में ग्लोबल मिलेट्स श्री अन्न सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस मौके पर इस मौके पर पीएम मोदी ने ग्लोबल मिलेट्स सम्मेलन पर स्मारक डाक टिकट और मिलेट्स 2023 के अंतरराष्ट्रीय वर्ष के आधिकारिक सिक्के का भी अनावरण किया। पीएम मोदी ने इस दौरान केंद्र सरकार के श्री अन्न मोटा अनाज अभियान को भारत में समग्र विकास का माध्यम बताते हुए कहा कि ग्लोबल फूड सिक्योरिटी के लिए संघर्ष कर रहे विश्व में ‘श्री अन्न’ बहुत बड़ी सौगात है।
पीएम मोदी ने कहा कि ‘मुझे गर्व है कि भारत ‘अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष’ का नेतृत्व कर रहा है। ग्लोबल मिलेट्स कॉन्फ्रेंस जैसे आयोजन न केवल ग्लोबल गुड के लिए जरूरी हैं बल्कि ग्लोबल गुड्स के लिए भारत की बढ़ती जिम्मेदारी का प्रतीक भी हैं।’
पीएम मोदी ने आगे श्री अन्न योजना की तारीफ की।पीएम मोदी ने कहा कि ‘श्री अन्न’ भी भारत में समग्र विकास का माध्यम बन रहा है, इसमे गांव भी जुड़ा है और गरीब भी जुड़ा है। पीएम मोदी ने कहा कि मिलेट्स की ग्लोबल ब्रांडिंग कॉमन ब्रांडिंग को देखते हुए भारत में मिलेट्स या मोटे अनाज को अब श्री अन्न की पहचान दी गई है। श्री अन्न केवल खेती या खाने तक सीमित नहीं है। जो लोग भारत की परंपराओं से परिचित है वो ये भी जानते हैं कि हमारे यहां किसी के आगे ‘श्री’ ऐसे ही नहीं जुड़ता। जहां श्री होती है वहां समृद्धि भी होती है और समग्रता भी होती है।
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पीएम मोदी ने कहा कि जब मिलेट्स श्री अन्न का मार्केट बढ़ेगा तो करीब ढाई करोड़ छोटे किसानों की आय बढ़ेगी। इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी बहुत लाभ मिलेगा। प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड आइटम के जरिए मिलेट्स अब स्टोर्स और मार्केट तक भी पहुंच रहा है।पीएम मोदी ने इस क्षेत्र में नए स्टार्टअप्स आने की बात भी कही।
पीएम मोदी ने खराब पोषण को एक बहुत बड़ा चैलेंज बताया।पीएम ने कहा कि जब हम फूड सिक्योरिटी की बात करते हैं तो हम जानते हैं कि आज दुनिया दो तरह की चुनौतियों से जूझ रही है। एक तरफ ग्लोबल साउथ है जो अपने गरीबों की फूड सिक्योरिटी को लेकर चिंतित है। दूसरी तरफ ग्लोबल नॉर्थ का हिस्सा है, जहां फूड हैबिट से जुड़ी बीमारियां एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। यहां खराब पोषण एक बहुत बड़ा चैलेंज है। यानि एक तरफ फूड सिक्योरिटी की समस्या तो दूसरी तरफ फूड हैबिट की परेशानी। दोनों ही जगहों पर इस बात की चिंता जताई जा रही है कि पैदावार के लिए भारी मात्रा में केमिकल इस्तेमाल हो रहा है लेकिन श्री अन्न ऐसी हर समस्या का भी समाधान देते हैं।
इस सम्मेलन में विदेशों से आए 6 कृषि मंत्रियों ने हिस्सा लिया है।इनमें गुयाना, मालदीव, मॉरिशस, श्रीलंका, सुडान, सूरीनाम और गाम्बिया के मंत्री शामिल रहे।इसके अलावा दुनिया के विभिन्न हिस्सों से कृषि, पोषण और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने वाले वैज्ञानिक, एक्सपर्ट्स, विविध एफपीओ और स्टार्टअप्स के युवा और किसान भी शामिल रहे।
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 5 मार्च, 2021 को साल 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के रूप में घोषित किया था। भारत सरकार द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव को 72 देशों का समर्थन मिला था। इस घोषणा के माध्यम से,यूएनजीए का उद्देश्य खाद्य सुरक्षा और पोषण के लिए पोषक अनाज श्री अन्न के बारे में जागरुकता बढ़ाना, अनुसंधान एवं विकास और विस्तार में निवेश बढ़ाना व श्री अन्न की उत्पादकता और गुणवत्ता में सुधार के लिए हितधारकों को प्रेरित करना है।
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