Mahakal Temple:मध्य प्रदेश के उज्जैन में प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में पिछले महीने आग लगने से घायल हुए 79 साल के ‘सेवक’ की मुंबई के अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। 25 मार्च को मंदिर की प्रसिद्ध भस्म आरती के दौरान गर्भगृह में पूजा की थाली में गुलाल गिरने से आग लग गई थी।आग लगने से पुजारियों और सेवकों सहित 14 लोग घायल हो गए थे।
उज्जैन के जिला कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया, ”महाकालेश्वर मंदिर के सेवादार सत्यनारायण सोनी (79) को पहले इंदौर के एक अस्पताल में भर्ती कराया था। हालत में सुधार नहीं होने पर उन्हें मुंबई के नेशनल बर्न सेंटर रेफर कर दिया गया था। मुंबई के अस्पताल में इलाज के दौरान बुधवार सुबह उनकी मृत्यु हो गई। वो पहले से ही डायबिटीज से पीड़ित थे।”कलेक्टर ने कहा कि आग में झुलसे तीन लोग फिलहाल इंदौर के श्री अरबिंदो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में भर्ती हैं। बाकी घायल इलाज के बाद ठीक हो गए हैं।
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ये बड़ी अनहोनी घटना है और लगभग महाकाल मंदिर पुजारी परिवार, पुरोहित परिवार समेत महाकाल के जितने भी भक्त हैं, सब दुखी हैं, लेकिन मैं ऐसा कहूंगा कि भगवान महाकाल ने…, वो यहां पर जो सेवा करते थे, अब साक्षात अपने लोक में उन्हें सेवा के लिए बुला लिया है, क्योंकि अच्छे लोगों को भगवान महाकाल कहीं न कहीं बुला लेते हैं।”
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उज्जैन के जिला कलेक्टर ने महाकाल मंदिर में हुई घटना के बारे में बताते हुए कहते है कि होली पर श्री सत्यनारायण सोनी जी घायल हुए थे, जो आग लगी थी उसमें, जिसके पश्चात उनको जिला अस्पताल और उसके पश्चात तुरंत ही अरबिंदो हॉस्पिटल इंदौर में एडमिट कराया गया था, जहां पर उनका पूर्णतः इलाज चल रहा था। इलाज के दौरान…, उनकी चूंकि पहले से उनको डायबिटीज था काफी हाई, तो रिकवरी सही से नहीं हो पा रही थी। रिकवरी न होने के कारण उनकी हालत में बहुत सुधार नहीं हो रहा था, तो उनको हायर सेंटर में बॉम्बे में रेफर किया गया था। मुंबई में उनका नेशनल बर्न सेंटर अस्पताल में उनका इलाज चला, लेकिन वहां से भी उनकी रिकवरी नहीं हो पाई और उनका दुखद निधन हुआ है।”