अमन पांडेय : शिवसेना (UBT) अध्यक्ष उध्दव ठाकरे ने एक बार फिर से बीजेपी पर निशाना साधते कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने जब राजधर्म की बात की थी, तो बाल ठाकरे ने पीएम मोदी को बचाया था। अगर ऐसा नहीं होता तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इतनी दूर नहीं आते। साथ ही कहा कि भले ही बीजेपी से अलग हो गया, लेकिन मैंने हिंदुत्व को कभी नहीं छोड़ा।
उध्दव ने कहा कि बीजेपी का मतलब हिंदुत्व नहीं है। भारतीय जवाब चाहते है कि हिंदुत्व क्या है? एक दूसरे से नफरत करना हिंदुत्व नहीं है। 25-30 स3ल तक शिवसेना ने पॉलिटिकल दोस्ती की रक्षा की। उन्होंने कहा कि हिंदुत्व का मतलब गर्मजोशी है। उध्दव ने कहा कि बीजेपी को अकाली दल, शिवसेना से कोई मतलब नहीं था।
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उध्दव ने कहा कि यह बालासाहेब ठाकरे थे, जिन्होंने वर्तमान प्रधानमंत्री को बचाया था। क्योंकि तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी चाहते थे कि गुजरात के तत्कालीन सीएम नरेंद्र मोदी राजधर्म का पालन करें, लेकिन बालासाहेब ने यह कहते हुए हस्तक्षेप किया कि यह समय की जरुरत है। अगर ऐसा नहीं होता तो वह यहां नहीं पहुंचे होते।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह अपनी गरिमा की रक्षा के लिए भाजपा के साथ गठबंधन से बाहर चले गए और 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के बाद महा विकास अघाड़ी (एमवीए) बनाने के लिए राकांपा और कांग्रेस से हाथ मिला लिया।