(आकाश शर्मा)- MANIPUR CM BREAKING-मणिपुर के सीएम अपना इस्तीफा देने का मन बना लिया था। कहा कि मुझे ऐसा लगा कि लोगों का मुझ से विश्वास से उठ गया, मेरे इतने काम के करने बाद भी लोग मुझे गाली दे रहे थे। फिलहाल सीएम ने अपना इस्तीफा नहीं दिया।
मणिपुर की जातीय हिंसा रुकने का नाम ही नही ले रही है। इसी वजह से मणिपुर के सीएम एन बीरेन ने अपने इस्तीफे की पेशकश कर दी थी।
सीएम ने खुद मीड़िया में बयान जारी करते हुए कहां कि मेरा मन बहुत दुखी था, मेरे इतना काम करने के बाद भी कुछ लोग मुझे गलत कह रहे थे। मुझे ऐसा लगा कि मैं लोगों का विश्वास खो चुका हूँ। लेकिन जब लोगों के बीच निकला तो मैं गलत साबित हुआ लोगो की समस्याओं को सुना। लोगों को सडको पर देखा तो मैं बहुत हुआ। लोगों से पूछा कि मैं इस्तीफा देने जा रहा हूँ। क्योकि मुझे लोगो की वजह से सीएम बनने का मौका मिला है। लोगो ने कहा कि नही हमे सीएम पर पूरा विश्वास है। इसके बाद केंद्रीय मंत्रियों ने समझाया। फिर मैने अपना पद नहीं छोड़ा।
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विषेला फल खाना पड़ रहा है उसका बीज कांग्रेस ने बोया!
सीएम ने कहा कि मैतई समुदाय को एसटी का दर्जा देने की सिफारिश उनकी सरकार ने नहीं की थी। बीरेन सिंह ने कहा कि हमें जो विषेला फल खाना पड़ रहा है उसका बीज कांग्रेस ने बोया था। हाई कोर्ट ने मेरी सरकार ने मैती समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने के बारे में अब तक सिफारिश नहीं की है। इसके लिए चार सप्ताह का समय दिया गया था। इसलिए हिंसा क्यों हो रही, यह मैं नहीं जानता। जिन संगठनों ने मैतई समुदाय को एसटी का दर्जा देने के खिलाफ एकजुटता रैली की, उन्हें दुनिया को बताना चाहिए। उनके पास जवाब है।