Mental Disorder: शायद ही कोई महिला या लड़की ऐसी होगी जिसे शॉपिंग करना पसंद नहीं होगा। लड़कियां तो शॉपिंग करने की शौकिन होती ही है लेकिन अगर से शौक हद से ज्यादा बढ़ जाए तो ये खतरनाक साबित हो सकता है या यूं कहें की एक गंभीर बीमारी का रुप ले सकता है। इस बीमारी को ओनियोमेनिया कहा जाता है।
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दरअसल, ओनियोमेनिया एक मानसिक विकार है जिसमें व्यक्ति अनियंत्रित खरीदारी की ओर आकर्षित होता है। यह विकार इतना खतरनाक हो सकता है कि व्यक्ति की आर्थिक स्थिति और मानसिक स्वास्थ्य दोनों पर इसका बुरा प्रभाव पड़ सकता है। ओनियोमेनिया के कारण व्यक्ति बिना सोचे-समझे और जरूरत के बिना भी सामान खरीदने लगता है। यह विकार अक्सर उन लोगों में देखा जाता है जो सोशल मीडिया और ऑनलाइन शॉपिंग का अधिक इस्तेमाल करते हैं।
बता दें, सोशल मीडिया और ऑनलाइन शॉपिंग के बढ़ते प्रभाव के कारण ओनियोमेनिया के मामले बढ़ रहे हैं। सोशल मीडिया पर विज्ञापन और प्रोमोशन के माध्यम से लोगों को आकर्षित किया जाता है और उन्हें खरीदारी के लिए प्रेरित किया जाता है। इसके अलावा, क्रेडिट कार्ड की सुविधा भी ओनियोमेनिया को बढ़ावा देती है। क्रेडिट कार्ड के माध्यम से लोग बिना पैसे के भी सामान खरीद सकते हैं, जिससे उन्हें खरीदारी की लत लग सकती है।
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ओनियोमेनिया के लक्षणों में अनियंत्रित खरीदारी, पैसे की बर्बादी, और आर्थिक संकट शामिल हैं। इसके अलावा, ओनियोमेनिया से पीड़ित लोग अक्सर तनाव, चिंता, और अवसाद जैसी मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करते हैं। ओनियोमेनिया का इलाज संभव है लेकिन इसके लिए व्यक्ति को अपनी खरीदारी की आदतों को बदलना होगा और अपने आर्थिक स्वास्थ्य को सुधारना होगा। इसके लिए व्यक्ति को एक मनोवैज्ञानिक या एक वित्तीय सलाहकार से परामर्श लेना चाहिए।