(प्रदीप कुमार) केंद्र सरकार ने दीनदयाल अंत्योदय योजना -राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत 10 करोड़ ग्रामीण महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों में जोड़ने के लिए राष्ट्रीय अभियान “संगठन से समृद्धि” की शुरुआत की है। केंद्रीय ग्रामीण एवं पंचायत राज्य मंत्री गिरिराज सिंह ने आज दिल्ली में इस अभियान की शुरुआत की है।
ग्रामीण विकास मंत्रालय की दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (डीएवाई-एनआरएलएम) ने आज आज़ादी का अमृत महोत्सव समवेशी विकास के तहत एक राष्ट्रीय अभियान “संगठन से समृद्धि- ग्रामीण महिलाओं को पीछे नहीं छोड़ना” का शुभारंभ किया, जिसका उद्देश्य पात्र ग्रामीण परिवारों की 10 करोड़ महिलाओं को जुटाना है।
यह विशेष अभियान 30 जून 2023 तक चलेगा और सभी कमजोर और सीमांत ग्रामीण परिवारों को स्व-सहायता समूह (SHG) के तहत जोड़ेगा ताकि उन्हें कार्यक्रम के तहत प्रदान किए गए लाभों को प्राप्त करने में सक्षम बनाया जा सके।
इस अभियान का शुभारंभ ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने नई दिल्ली में अन्य मंत्रालयों और प्रमुख भागीदार बैंकों के गणमान्य व्यक्तियों और अधिकारियों की उपस्थिति में किया।
Read also –चरखी दादरी के बेटे ने किया कमाल, अनुराग सांगवान बने एनडीए के टॉपर
इस अवसर पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि “ग्रामीण आबादी भारत की कुल आबादी का 65% हिस्सा है। इसलिए, यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि इन क्षेत्रों की महिलाओं को हमारे देश को 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए हर संभव अवसर प्रदान किए जाएं। जब 10 करोड़ एसएचजी सदस्य सभी लखपतिदीदी बन जाएंगे, तो इसका देश की अर्थव्यवस्था पर स्वतः ही काफी प्रभाव पड़ेगा।