( अवैस उस्मानी )- देशभर के विभिन्न राज्यों में प्रदूषण से खराब हुई स्थिति को लेकर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल सख्त है। देश के 9 राज्यों के कई शहरों में बढ़ते औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के मामले में NGT ने पंजाब, हरियाणा और राजस्थान सरकार को फटकार भी लगाई है और सख्त निर्देश भी दिए हैं।
*NGT ने पंजाब सरकार को फटकार लगाते हुए कही ये बातें*
NGT ने पंजाब सरकार को फटकार लगाते हुए कहा अमृतसर, भटिंडा, लुधियाना समेत पंजाब के ज़्यादातर शहरों में वायु प्रदूषण में सुधार नहीं हुआ है। पंजाब सरकार ने कहा कि अभी भी पराली जलाई जा रही है, सुप्रीम कोर्ट ने पराली को लेकर निर्देश दिया है। NGT ने कहा यह शहर इंडस्ट्रियल शहर हैं, वहां पर प्रदूषण का मतलब है कि वहां पर इंडस्ट्रीज सही से काम नहीं कर रही है, आपने किसी इंडस्ट्री के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। पंजाब सरकार ने कहा कि पंजाब में प्रदूषण की मुख्य वजह पराली रही है, अभी हम उससे निपटने के लिए काम कर रहे हैं। NGT ने कहा कि पंजाब की इंडस्ट्री वाले शहरों में पराली प्रदूषण की वजह नहीं है, वहां पर इंडस्ट्री से होने वाला प्रदूषण ही वायु प्रदूषण की मुख्य वजह है। NGT ने कहा पंजाब में वायु प्रदूषण में कोई सुधार नहीं हो रहा है, अगर आप कोई कदम उठा रहे हैं तो वायु गुणवत्ता में सुधार क्यों नहीं हो रहा है। पंजाब सरकार ने कहा कि पंजाब में अगले हफ्ते तक वायु प्रदूषण में सुधार होने की संभावना है।
*NGT ने हरियाणा सरकार से कहा- इंडस्ट्री से होने वाले प्रदूषण पर कार्रवाई करें*
NGT ने कहा कि हरियाणा के भिवानी, बहादुरगढ़ में वायु प्रदूषण से हालात खराब है। NGT ने कहा हरियाणा सरकार से कहा कि बहादुरगढ़ में AQI 300 से ज़्यादा बना हुआ है, बल्लभगढ़ में भी हवा की गुणवत्ता खराब बनी हुई है, करनाल, फतेहाबाद में भी वायु गुणवत्ता खराब है, यह इंडस्ट्री वाले शहर हैं क्या किसी इंडस्ट्री पर कोई कार्रवाई की गई। हरियाणा सरकार ने कहा कि इंडस्ट्री के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है, इंडस्ट्री का औचक इंस्पेक्शन किया जाता है। हरियाणा सरकार ने कहा पराली को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने हमारे द्वारा उठाये गए कदमों की सराहना की है। NGT ने हरियाणा सरकार से इंडस्ट्रियल सिटी से वायु प्रदूषण को कम करने के लिए उठाए गए कदम का एक्शन प्लान पेश करने को कहा।
*NGT ने पूछा- प्रदूषण नियंत्रण पर क्या कार्रवाई कर रही गुजरात सरकार*
NGT ने गुजरात सरकार को भी प्रदूषण पर शिकंजा कसने के निर्देश दिए। गुजरात सरकार ने कहा कि हम वायु प्रदूषण को कम करने के कठोर लिए कदम उठा रहे हैं, AQI 100 से 115 तक पहुंच गया है। NGT ने कहा कि अंकलेश्वर में इंडस्ट्रियल प्रदूषण होता है, उसको कंट्रोल किया जा सकता है, इंडस्ट्रियल प्रदूषण का मतलब है इंडस्ट्री सही से काम नहीं कर रही है। NGT ने कहा क्या इंडस्ट्री के खिलाफ कोई कार्यवाही की गई, वहां पर वायु प्रदूषण में सुधार नही हो रहा है। गुजरात सरकार ने कहा कि हमने इंडस्ट्री के खिलाफ भी कार्यवाही किया है, इंडस्ट्री को नोटिस जारी किया गया है।
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*NGT ने राजस्थान सरकार को भी फटकार लगाई*
राजस्थान में प्रदूषण विभाग में आधी से ज़्यादा पोस्ट खाली पड़ी हैं, बताइए एक दिन में कितने अधिकारी इंस्पेक्शन करते हैं। NGT ने कहा कि राजस्थान के भी कई शहरों में वायु गुणवत्ता खराब बनी हुई है, बीकानेर में तो वायु गुणवत्ता बेहद खराब है । NGT ने कहा कि राजस्थान में वायु प्रदूषण कम करने के लिए हमारे आदेश के बाद क्या कदम उठाए गए । NGT ने कहा कि राजस्थान में वायु प्रदूषण से हालात लगातार खराब हो रहे हैं। राजस्थान सरकार ने कहा कोटा में 200 से ज़्यादा इंडस्ट्री के खिलाफ कार्रवाई की गई है, कई इंडस्ट्रीज को बंद किया गया है। राजस्थान सरकार ने कहा कि बीकानेर, हनुमानगढ़, बूंदी समेत कई शहरों में इंडस्ट्री के खिलाफ कार्रवाई की गई है कई इंडस्ट्रीज को शोकॉज़ नोटिस जारी किया गया और कई को बंद किया गया। NGT ने कहा कि बीकानेर में 2004 इंडस्ट्री है, 34 को नोटिस जारी किया गया क्या बाकी इंडस्ट्री सही से काम कर रही हैं? दौसा नगर की 37 इंडस्ट्री में से किसी को नोटिस नहीं जारी किया गया, सिर्फ एक प्रतिशत इंडस्ट्री को नोटिस जारी किया गया है।