उपराष्ट्रपति और राज्य सभा के सभापति, जगदीप धनखड़; प्रधान मंत्री, नरेन्द्र मोदी और लोक सभा अध्यक्ष, ओम बिरला ने आज देशवासियों की ओर से उन शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने 13 दिसंबर 2001 को आतंकवादी हमले से संसद की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी थी।
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आपको बता दें, शुक्रवार को उपराष्ट्रपति, प्रधान मंत्री और लोक सभा अध्यक्ष के नेतृत्व में संसद सदस्यों ने संसद पर हुए हमले की वर्षगांठ पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी है। इस अवसर पर कई केंद्रीय मंत्रियों, संसद सदस्यों, पूर्व संसद सदस्यों, शहीदों के परिजनों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की। लोक सभा के महासचिव, उत्पल कुमार सिंह और राज्य सभा के महासचिव, पी. सी. मोदी ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि दी ।
इस अवसर पर उपराष्ट्रपति और राज्य सभा के सभापति, जगदीप धनखड़; प्रधान मंत्री, नरेन्द्र मोदी; लोक सभा अध्यक्ष, ओम बिरला एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति ने शहीदों के परिजनों से बातचीत की। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद परिसर में आयोजित रक्तदान शिविर का भी दौरा किया और रक्तदाताओं तथा चिकित्सा कर्मचारियों से बातचीत की।
इसके बाद में, ओम बिरला के नेतृत्व में लोक सभा में शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ओम ने कहा, “संसद परिसर की सुरक्षा में तैनात हमारे सतर्क सुरक्षा बलों ने अदम्य साहस और वीरता का परिचय देते हुए इस आतंकी हमला को नाकाम कर दिया था। आतंकवादियों के इस हमले का बहादुरी से सामना करते हुए संसद सुरक्षा सेवा, दिल्ली पुलिस और केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के 8 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए।
इस हमले में एक सीपीडब्ल्यूडी कर्मचारी भी शहीद हुए थे। यह सभा 13 दिसम्बर, 2001 के आतंकवादी हमले के दौरान संसद की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त सभी महान शहीदों के सर्वोच्च बलिदान के प्रति अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करती है और उनके परिवारजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करती है। इस अवसर पर हम आतंकवाद का मुकाबला करने तथा अपनी मातृभूमि की एकता, अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के अपने संकल्प को पुन: दोहराते हैं।“
इस अवसर पर लोक सभा अध्यक्ष, ओम बिरला ने एक्स ट्विटर पर संदेश दिया, “संसद परिसर में हुए आतंकी हमले की वर्षगाँठ पर लोकतंत्र के इस आस्था स्थल की रक्षा करते हुए सर्वोच्च बलिदान देने वाले सुरक्षाकर्मियों और संसदीय कर्मचारियों को कोटि-कोटि नमन। साहस और कर्तव्यनिष्ठा का वह शौर्यवान समर्पण वंदनीय है, राष्ट्र के प्रति सर्वस्व न्योछावर का वह भाव सदैव प्रेरणा देता रहेगा।”
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स्मरण रहे कि वर्ष 2001 में आज ही के दिन राज्य सभा सचिवालय के सुरक्षा सहायकों, जगदीश प्रसाद यादव और मातबर सिंह नेगी; सीआरपीएफ कांस्टेबल, श्रीमती कमलेश कुमारी; दिल्ली पुलिस में सहायक उप-निरीक्षक, नानक चंद और रामपाल; दिल्ली पुलिस में हेड कांस्टेबल, ओम प्रकाश, बिजेंद्र सिंह और घनश्याम; और सीपीडब्ल्यूडी में माली, देशराज ने आतंकवादी हमले के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी थी।
उनके निस्वार्थ बलिदान के सम्मान में, सर्वश्री जगदीश प्रसाद यादव, मातबर सिंह नेगी और श्रीमती कमलेश कुमारी को मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया गया। सर्वश्री नानक चंद, रामपाल, ओम प्रकाश, बिजेंद्र सिंह और घनश्याम को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया।