(प्रदीप कुमार): संसद के शीतकालीन सत्र का आज से आगाज़ हो गया है। सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी मीडिया से रूबरू हुए। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि देश को जी-20 मेजबानी का अवसर मिला है। विश्व को भारत से अपेक्षाएं बढ़ी हैं। भारत वैश्विक मंच पर अपनी भागीदारी बढ़ा रहा है। संसद सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि शीतकालीन सत्र का आज प्रथम दिन है, यह सत्र महत्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि 15 अगस्त के पहले हम मिले थे, 15 अगस्त को आजादी का अमृत महोत्सव पूरा हुआ और हम अमृत काल में आगे बढ़ रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमें युवा सांसदों की भावनाओं को समझना होगा। मैं सभी पार्टी के लीडर और फ्लोर लीडर से आग्रह करना चाहता हूं कि उज्जवल भविष्य और लोकतंत्र की भावी पीढ़ी को तैयार करने के लिए हम ज्यादा से ज्यादा अवसर युवा सांसदों को दें। मीडिया से बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जिस प्रकार से भारत से अपेक्षाएं बढ़ी हैं और जिस प्रकार से भारत वैश्विक मंच पर अपनी भागीदारी बढ़ाता जा रहा है ऐसे समय में G-20 की मेजबानी भारत को मिलना एक बहुत बड़ा अवसर है।
पीएम मोदी ने कहा कि इस सत्र में देश को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए, वर्तमान वैश्विक परिस्थितियों में भारत को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक नए अवसरों को ध्यान में रख कर कई महत्वपूर्ण निर्णय इस सत्र में करने का प्रयास किया जाएगा। मीडिया से रूबरू होते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि सभी राजनितिक दल चर्चा को और आगे बढाएंगे, वे अपने विचारों से निर्णयों को नई ताकत देंगे, दिशा को स्पष्ट रूप से उजागर करने में मदद करेंगे।
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मीडिया के सामने पीएम मोदी ने कहा कि मेरी सभी सांसदों से जब भी अनौपचारिक मुलाकातें हुई है वे कहते हैं कि सदन में शोर-शराबे के बाद सदन स्थगित हो जाता है, जिससे हम सासंदों का बहुत नुकसान होता। युवा सांसदों का कहना है कि सदन न चलने के कारण हम जो सीखना चाहते हैं वो सीख नहीं पाते हैं। इसलिए सदन का चलना बेहद ज़रूरी है। ऐसा ही विपक्ष के सांसद का भी कहना है। मैं सभी दलों से आग्रह करता हूं कि इस सत्र को अधिक उत्पादक बनाने का सामूहिक प्रयास हम सभी करें।