PM China Visit: जापान का दौरा पूरा कर पीएम मोदी अब चीन पहुंच गए हैं चीन के तीन शहर में होने वाली ऐसी समेत में हिस्सा लेने के लिए पीएम मोदी चीन दौरे पर हैं। चीन दौरे पर पहुंचे पीएम मोदी का जोरदार स्वागत हुआ है।पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि चीन के तियानजिन पहुँच गया हूँ। एससीओ शिखर सम्मेलन में विचार-विमर्श और विभिन्न विश्व नेताओं से मुलाकात के लिए उत्सुक हूँ। PM China Visit
इससे पहले जापान में अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा के साथ 15वें भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया। इस दौरान दोनों देशों ने रक्षा, प्रौद्योगिकी, और आर्थिक सहयोग को मजबूत करने के लिए 13 समझौतों पर हस्ताक्षर किए। जापान ने अगले दस वर्षों में भारत में 10 ट्रिलियन येन,यानी करीब 60,000 करोड़ रुपये के निवेश की प्रतिबद्धता जताई है। पीएम मोदी ने इसे भारत-जापान के विशेष रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाइयों तक ले जाने वाला कदम बताया।PM China Visit
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जापान से रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने सेंडाई में टोक्यो इलेक्ट्रॉन फैक्ट्री का दौरा किया और वहां भारतीय समुदाय और जापानी नागरिकों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। सेंडाई में ‘मोदी-सान वेलकम’ के नारे गूंजे। पीएम ने भारत-जापान के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रिश्तों को और मजबूत करने पर जोर दिया।वही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापानी प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा के साथ टोक्यो से सेंडाई तक हाई-स्पीड शिंकनसन बुलेट ट्रेन में यात्रा की।PM China Visit
इस दौरान पीएम मोदी ने जापान की अत्याधुनिक तकनीक का जायजा लिया और भारतीय रेलवे के लिए महत्वपूर्ण बुलेट ट्रेन परियोजना पर चर्चा की।अब पीएम मोदी तियानजिन पहुंच रहे हैं, पीएम मोदी चीन में 31 अगस्त से 1 सितंबर तक एससीओ शिखर सम्मेलन होगा। यह पीएम मोदी की सात साल बाद पहली चीन यात्रा है। इस सम्मेलन में 20 से अधिक विश्व नेता हिस्सा लेंगे, जिसमें चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी शामिल हैं। PM China Visit
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इस सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी की शी जिनपिंग के साथ 31 अगस्त को और पुतिन के साथ 1 सितंबर को द्विपक्षीय मुलाकात होगी।ये मुलाकातें इसलिए भी अहम हैं क्योंकि भारत और चीन के बीच 2020 के गलवान घाटी संघर्ष के बाद संबंधों में तनाव रहा है। हाल के महीनों में दोनों देशों ने सीमा पर तनाव कम करने और व्यापार, वीजा, और लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने के लिए कदम उठाए हैं। पीएम मोदी ने जापानी अखबार योमिउरी शिंबुन को दिए साक्षात्कार में कहा कि भारत-चीन के स्थिर और मैत्रीपूर्ण संबंध क्षेत्रीय और वैश्विक शांति के लिए जरूरी हैं।यह शिखर सम्मेलन न केवल भारत-चीन और भारत-रूस संबंधों के लिए, बल्कि वैश्विक दक्षिण (ग्लोबल साउथ) की एकजुटता को प्रदर्शित करने के लिए भी अहम माना जा रहा है।PM China Visit
