Air Pollution in Delhi –दिल्ली में स्कूल सोमवार को फिर से खुल गए। शहर की हवा में कुछ सुधार के बाद ग्रैप के चौथे दौर के प्रतिबंध हटा दिए गए।शहर में बढ़ते वायु प्रदूषण और सेहत के लिए बढ़ते खतरे को देखते हुए आठ नवंबर को स्कूल बंद कर दिए गए थे। बहुत दिनों बाद स्कूल खुला है पर ये है कि बच्चे जाएंगे तो थोड़ा सा अच्छा लगेगा कि कोई देखे कि यहां का क्या वातावरण है क्या एनवायरनमेंट है। पर अभी तक तो ये लग रहा है कि पॉल्यूशन अभी कम तो हुआ नहीं है पर धीरे-धीरे कम हो जाएगा। पॉल्यूशन अब रहेगा ऑनलाइन पढ़ाई तो ठीक हो नहीं पाती। क्योंकि क्लासेज उसमें बच्चे भी अपना कन्फर्ट जोन में रहते हैं। सोए रहते हैं फिर वीडियो ऑफ करके फिर वो हो नहीं पाता है। स्कूल तो खोलना जरूरी था फिर धीरे-धीरे कम हो रहा। बट पॉल्यूशन की जो समस्या है वो केवल और केवल रुक सकती है पराली अगर जलना बंद हो जाए। वही समस्या है उसके अलावा और कुछ नहीं है। शिक्षा निदेशालय यानी डीओई के आदेश के मुताबिक अगले एक हफ्ते तक स्कूलों में आउटडोर खेल गतिविधियां और सुबह की सभाएं नहीं की जाएंगी।
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दिल्ली की हवा कुछ बेहतर होने पर डीओई ने शनिवार को प्री-स्कूल से कक्षा 12 तक के सभी छात्र-छात्राओं के लिए कक्षाएं फिर से शुरू करने का आदेश जारी किया।पॉल्यूशन कम तो नहीं हुआ है मतलब इतनी इम्प्रूवमेंट नहीं हुई कि छोटे बच्चों का स्कूल खोल दिया जाए। बट इन्होंने खोल दिए हैं तो बच्चों को भेजना ही पड़ेगा क्योंकि बच्चे तो स्कूल घर पर भी बिल्कुल बंद से गए थे। तो कोई ऑप्शन नहीं है।अभी एक्यूआई शायद 350-400 पर ही चल रहा है। बट छोटे बच्चों के स्कूल मेरे ख्याल से ऑनलाइन ही चलना चाहिए। हवा तो बहुत ही खराब है। गवर्नमेंट को ऐसा कुछ इंतजाम करना चाहिए ऐसा कुछ सलूशन निकाले कि बच्चों का स्कूल न छूटे या फिर जो एनवायरनमेंट को ऐसा बनाए कि बारिश बारिश प्राकृति तौर पर करवा दें।स्कूल खुला है ये तो अच्छी बात है वैसे तो स्कूल खुलने चाहिए मतलब पॉल्यूशन को लेकर थोड़ा सख्त कदम उठाने चाहिए।
हवा की रफ्तार और दिशा की वजह से वायु प्रदूषण में गिरावट को देखते हुए केंद्र सरकार ने शनिवार को निर्माण और प्रदूषण फैलाने वाले ट्रकों पर रोक समेत कई कड़े प्रतिबंध हटा दिए।पहले ग्रैप के चौथे चरण के तहत कड़े प्रतिबंध लगाए गए थे। एवेनटुअलली स्कूल तो खुलने है क्योंकि हम नहीं जानते कि पॉल्यूशन कब तक चलेगा। पॉल्यूशन तो दिल्ली में जनवरी, फरवरी, तक रहेगा। बच्चे कब तक घर पर बैठेंगे। घर पर बैठ-बैठकर बच्चे बोर हो रहे हैं। कम से कम स्कूल जाएंगे स्कूल में कम से कम ये है इनडोर रहेंगे क्लासरूम में रहेंगे बाहर ग्राउंड में नहीं खेलेंगे अपने दोस्तों से मिलेंगे। रूटीन तो चलता रहना चाहिए। घर पर बैठ कर पढ़ाई नहीं हो पाती। दिल्ली में हवा की क्वालिटी एक दिन पहले मामूली सुधार के बाद सोमवार को फिर से खराब हो गई और आने वाले दिनों में बड़ी राहत के आसार नहीं है ।शहर का एक्यूआई सोमवार को सुबह आठ बजे 338 था, रविवार सुबह सात बजे ये 290 और शाम चार बजे 301 था।