(प्रदीप कुमार): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए आज इंडोनेशिया के बाली रवाना हो गए। पीएम मोदी 14 से 16 नवंबर तक बाली में रहेंगे। जी-20 शिखर सम्मेलन 15-16 नवंबर को है।
जी20 शिखर सम्मेलन में शिरकत करने के लिए इंडोनेशिया के लिए रवानगी से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने बयान जारी कर कहा कि मैं 15 नवंबर को एक स्वागत समारोह में बाली में भारतीय समुदाय को संबोधित करने के लिए उत्सुक हूं। पीएम मोदी ने कहा कि, बाली शिखर सम्मेलन के दौरान, मैं वैश्विक मुद्दों, जैसे वैश्विक विकास, खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, पर्यावरण, स्वास्थ्य और डिजिटल परिवर्तन पर G20 नेताओं के साथ व्यापक चर्चा करूंगा।पीएम मोदी ने कहा कि इस सम्मेलन से इतर, मैं अन्य देशों के नेताओं से मिलूंगा और उनके साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा करूंगा।
पीएम मोदी के मुताबिक, हमारे देश के लिए यह महत्वपूर्ण है कि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो बाली शिखर सम्मेलन के समापन समारोह में भारत को G20 की अध्यक्षता सौंपेंगे। भारत एक दिसंबर से आधिकारिक तौर पर G20 की अध्यक्षता ग्रहण करेगा।
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इंडोनेशिया में करीब 45 घंटे के अपने प्रवास के दौरान पीएम मोदी 20 कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। दुनिया के दिग्गज 20 देशों के समूह जी-20 के प्रमुखों के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के अलावा प्रधानमंत्री इसमें हिस्सा लेने वाले 10 देशों के प्रमुखों से द्विपक्षीय मुलाकात भी करेंगे। इसमें बहुपक्षीय व द्विपक्षीय मुद्दों पर विस्तार से चर्चा होगी।
बाली शिखर सम्मेलन के दौरान, पीएम मोदी और अन्य जी-20 नेता वैश्विक अर्थव्यवस्था, ऊर्जा, पर्यावरण, कृषि, स्वास्थ्य और डिजिटल परिवर्तन समेत कई मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे। विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने बताया कि, शिखर सम्मेलन के दौरान तीन वर्किंग सेशन होंगे, जिसमें प्रधानमंत्री हिस्सा लेंगे। इनमें खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, डिजिटल परिवर्तन और स्वास्थ्य जैसे मुद्दे शामिल हैं। वहीं इंडोनेशिया में भारतीय राजदूत मनोज कुमार भारती के मुताबिक, भले ही प्रधानमंत्री मोदी का इंडोनेशिया का यह दौरा छोटा हो, लेकिन रणनीतिक रूप से यह दौरा बहुत ही महत्वपूर्ण रहने वाला है।
दरअसल जी-20 संगठन का अगला अध्यक्ष भारत होगा और इसकी अगली बैठक सितंबर, 2023 में नई दिल्ली में ही होने वाली है। इस नजरिए से भी पीएम मोदी का दौरा अहम माना जा रहा है। विदेश सचिव विनय क्वात्रा के मुताबिक शिखर सम्मेलन तीन सत्रों में होगा और पीएम मोदी इन तीनों सत्रों में दूसरे वैश्विक नेताओं के साथ हिस्सा लेंगे। यह पूछे जाने पर कि पीएम मोदी की मुलाकात किन वैश्विक नेताओं से होगी, इसके जबाव में क्वात्रा ने बताया कि इस बारे में संबंधित देशों के साथ बातचीत की जा रही है और कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
विदेश सचिव ने बताया कि भारत की अध्यक्षता में होने वाले जी-20 सम्मेलन के लिए भारत, इंडोनेशिया और ब्राजील ने नेतृत्वकर्ता तिकड़ी का गठन किया है। विदेश सचिव ने कहा कि, जी-20 के इतिहास में पहली बार तीन विकासशील और उभरती वैश्विक अर्थव्यवस्थाएं एक साथ आई हैं। 85 फीसदी जीडीपी जी-20 में ,वर्तमान वैश्विक आर्थिक सहयोग के लिहाज से जी-20 का महत्वपूर्ण स्थान है और अर्थव्यवस्था और विकास के बड़े अंतरराष्ट्रीय मामलों को आकार और मजबूती देने में यह अहम भूमिका निभाता है। दुनिया की 85 फीसदी जीडीपी जी-20 के सदस्य देशों में है, जबकि दुनिया का 75 फीसदी व्यापार और करीब 66 फीसदी आबादी यहां रहती है
जी-20 सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक के साथ मुलाकात होगी। पिछले महीने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने के बाद ऋषि सुनक की मोदी के साथ पहली बैठक होगी।
यूक्रेन के साथ युद्ध के चलते रूस के राष्ट्रपति पुतिन इस सम्मेलन में हिस्सा नही लेगे।