ब्रिक्स समिट में हिस्सा लेने के लिए दक्षिण अफ्रीका के जोहानसबर्ग पहुंचे पीएम मोदी, हुआ जोरदार स्वागत

(प्रदीप कुमार)-ब्रिक्स समिट में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री मोदी आज दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग पहुंच गए हैं।यहां पीएम मोदी का जोरदार स्वागत हुआ है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 अगस्त को ग्रीस का भी दौरा करेंगे।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आज से दक्षिण अफ्रीका और ग्रीस की चार दिवसीय विदेश यात्रा शुरू हो गयी है। विदेश यात्रा के पहले पड़ाव में प्रधानमंत्री मोदी दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग पहुंच गए हैं यहां प्रधानमंत्री मोदी का जोरदार स्वागत हुआ है।दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में पीएम मोदी 15वें ब्रिक्स ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।
अपनी यात्रा पर रवाना होने से पूर्व पीएम मोदी ने प्रस्थान बयान में कहा कि यह शिखर सम्मेलन ब्रिक्स को भविष्य के सहयोग वाले क्षेत्रों की पहचान करने और संस्थागत विकास की समीक्षा करने का एक उपयोगी अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने यह भी कहा, कि ब्रिक्स विभिन्न क्षेत्रों के लिए एक मजबूत सहयोग एजेंडा अपना रहा है।पीएम मोदी ने आगे कहा कि हम इस बात को महत्व देते हैं कि ब्रिक्स विकास की अनिवार्यताओं और बहुपक्षीय प्रणाली में सुधार सहित संपूर्ण ग्‍लोबल साउथ की चिंता के मुद्दों पर चर्चा और विचार-विमर्श करने का एक मंच बन गया है। प्रधानमंत्री ने कहा, वह दक्षिण अफ्रीका की अध्यक्षता में जोहान्सबर्ग में आयोजित होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा के निमंत्रण पर दक्षिण अफ्रीका का दौरा कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि, जोहान्सबर्ग में अपने प्रवास के दौरान, वह ब्रिक्स-अफ्रीका आउटरीच और ब्रिक्स प्लस डायलॉग कार्यक्रम में भी भाग लेंगे जो ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की गतिविधियों के हिस्से के रूप में आयोजित किया जाएगा। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि, वह कई अतिथि देशों के साथ बातचीत करने के लिए उत्सुक हैं जिन्हें इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। पीएम मोदी ने कहा, वह जोहान्सबर्ग में मौजूद कुछ नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करने के लिए भी उत्सुक हैं BRICS समिट में इस बार यह देखना भी दिलचस्प होगा कि जब कुछ ब्रिक्स सदस्य देश डी-डॉलरीकरण को लेकर अंतरराष्ट्रीय व्यापार भुगतानों को व्यवस्थित करने के लिए एक नई मुद्रा पर जोर दे रहे हैं। हालांकि भारत ने जुलाई में खुद को इस कदम से अलग कर लिया था। ब्रिक्स देशों के लिए एक मुद्रा में व्यापार के विषय पर विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कहा कि वर्तमान में देशों की अपनी मुद्रा में व्यापार करने पर ही विचार चल रहा है।

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इस बार जोहान्सबर्ग में आयोजित होने वाले शिखर सम्मेलन में एजेंडा में BRICS के विस्तार होने की उम्मीद की जा रही है। वहीं सऊदी अरब, अर्जेंटीना और मिस्र सहित दर्जनों देश ब्रिक्स में शामिल होने के लिए कतार में हैं, जिसमें सऊदी अरब, ईरान, संयुक्त अरब अमीरात, अर्जेंटीना, इंडोनेशिया, मिस्र और इथियोपिया सहित 40 से अधिक इच्छुक उम्मीदवार शामिल हैं। वहीं ब्रिक्स सदस्य समूह के विस्तार को लेकर बंटे हुए नजर आ रहे हैं।
फिलहाल,इस मुद्दे पर वर्तमान में शेरपाओं द्वारा चर्चा की जा रही है।इसको लेकर भी विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने कहा है कि दुनिया की पांच उभरती अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों के समूह ब्रिक्स के विस्तार को लेकर भारत सकारात्मक और खुले मन से विचार करेगा।ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री की द्विपक्षीय मुलाकातों को लेकर भी चर्चाएं जारी हैं। भारत चाहता है कि ब्रिक्स मौजूदा रूस-यूक्रेन संघर्ष और कोविड-19 महामारी के बाद समसामयिक मुद्दों पर रचनात्मक रुख अपनाए। भारत ने इस बात पर जोर दिया है कि ब्रिक्स को संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की अवधारणा का पालन करना चाहिए। भारत यह भी चाहता है कि ब्रिक्स सीमा पार आतंक का मुकाबला करने और आतंक के वित्तपोषण से निपटने में सक्रिय भूमिका निभाए।ब्रिक्स में भारत के अलावा चीन, दक्षिण अफ्रीका,रूस और ब्राजील शामिल हैं।चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग बैठक में शामिल होंगे। रूस के राष्ट्रपति पुतिन सम्मेलन में वर्चुअली शामिल होंगे और उनके स्थान पर विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव शिरकत करेंगे।

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