प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंडमान निकोबार को आज बेहद खास तोहफा दिया है। पीएम मोदी के इस तोहफे के साथ ही अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में आज से इंटरनेट के नए युग की शुरुआत हुई है।
पीएम मोदी आज 2,312 किलोमीटर लंबे अंडमान निकोबार में चेन्नई और पोर्ट ब्लेयर को जोड़ने वाली पनडुब्बी ऑप्टिकल फाइबर केबल का उद्घाटन कर दिया है।
इस केबल के लगने के बाद यहां हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी होगी, जिससे व्यापार और पयर्टन को बढ़ावा मिलेगा। आपको बता दें, इस प्रोजेक्ट का शिलान्यास 20 महीने पहले पीएम मोदी ने ही किया था।
पीएम ने यहां लोगों को संबोधित करते हुए कहा, चेन्नई से पोर्ट ब्लेयर, पोर्ट ब्लेयर से लिटिल अंडमान और पोर्ट ब्लेयर से स्वराज द्वीप तक, अंडमान निकोबार के एक बड़े हिस्से में यह सेवा आज से शुरु हो गई है। मैं अंडमान-निकोबार के लोगों को अनंत अवसरों से भरी इस कनेक्टिविटी के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।
Big day for Andaman and Nicobar Islands! Watch. https://t.co/lNwI6KSEOj
— Narendra Modi (@narendramodi) August 10, 2020
अंडमान निकोबार में आज जितनी भी आधुनिक ढांचागत सुविधायें तैयार हो रही हैं, वो समुद्री क्षेत्र से जुड़ी अर्थव्यवस्था को भी गति देंगे। पनडुब्बी ओएफसी लिंक चेन्नई और पोर्ट ब्लेयर के बीच 2×200 गीगाबिट्स प्रति सेकंड और पोर्ट ब्लेयर और अन्य द्वीपों के बीच 2×100 Gbps की बैंडविड्थ वितरित करेगी।
इन द्वीपों में विश्वसनीय, मजबूत और हाई स्पीड दूरसंचार और ब्रॉडबैंड सुविधाओं का प्रावधान उपभोक्ताओं के दृष्टिकोण के साथ-साथ रणनीतिक और शासन कारणों से एक ऐतिहासिक उपलब्धि होगी।
दूरसंचार और ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी से द्वीपों में पर्यटन और रोजगार सृजन को बढ़ावा मिलेगा, अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी और जीवन स्तर में वृद्धि होगी।
बेहतर कनेक्टिविटी से ई-गवर्नेंस सेवाओं जैसे टेलीमेडिसिन और टेली-एजुकेशन की सुपुर्दगी में भी मदद मिलेगी, ई-कॉमर्स में अवसरों से छोटे उद्यमों को फायदा होगा, जबकि शिक्षण संस्थान ई-लर्निंग और नॉलेज शेयरिंग के लिए बैंडविड्थ की बढ़ी उपलब्धता का उपयोग करेंगे। 2300 किलोमीटर की इस सबमरीन ओएफसी को बिछाने में 1224 करोड़ रुपए लगे हैं, इससे इंटरनेट की 400 GBPS स्पीड मिलेगी।