(प्रदीप कुमार)– भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने आज बाबासाहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जयंती के अवसर पर संसद भवन परिसर में उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। भारत के उपराष्ट्रपति और राज्य सभा के सभापति, जगदीप धनखड़; प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी डॉ. अम्बेडकर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। कई केंद्रीय मंत्रियों, संसद सदस्यों और पूर्व संसद सदस्यों ने भी इस अवसर पर श्रद्धांजलि अर्पित की। लोकसभा अध्यक्ष, ओम बिरला; केंद्रीय मंत्री, भूपेंद्र यादव; राज्य सभा में विपक्ष के नेता, मल्लिकार्जुन खरगे; राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल; राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश; संसद सदस्यों और पूर्व संसद सदस्यों ने संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में डॉ. अम्बेडकर के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।
लोक सभा और राज्य सभा के महासचिव उत्पल कुमार सिंह और पी.सी. मोदी ने भी संसद भवन के सेंट्रल हॉल में डॉ. अम्बेडकर को पुष्पांजलि अर्पित की।
लोक सभा अध्यक्ष ने युवा प्रतिभागियों को संबोधित किया।लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में युवा प्रतिभागियों को संबोधित किया।
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इस अवसर पर बोलते हुए, बिरला ने कहा कि डॉ. अम्बेडकर ने अपना सम्पूर्ण जीवन राष्ट्र के लिए, विशेष रूप से समाज के वंचित वर्गों की बेहतरी के लिए, समर्पित कर दिया। संसाधनों की कमी और रुकावटों के बीच उन्होंने अपनी लगन और मेहनत के दम पर बेहतरीन शिक्षा हासिल की। उनका पूरा जीवन भारत के युवाओं के लिए प्रेरणा है । संविधान निर्माण में डॉ अम्बेडकर के योगदान का उल्लेख करते हुए, श्री बिरला ने कहा कि उनके द्वारा दिया गया संविधान अभी भी लोगों की सेवा करने के मार्ग पर हमारा मार्गदर्शन करता है और यह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का काम करेगा। यह विचार व्यक्त करते हुए कि बाबासाहेब की दृष्टि ने भारत की एकता को सदृढ़ किया, श्री बिरला ने आजादी के बाद के भारत में योजना और आर्थिक विकास में डॉ. आंबेडकर के योगदान को भी याद किया।
ओम बिरला ने भारत के युवाओं को उन महान हस्तियों के जीवन के बारे में पढ़ने की सलाह दी जिन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम और स्वतंत्रता के बाद राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई । ओम बिरला ने आशा व्यक्त की कि डॉ अम्बेडकर का जीवन युवाओं को सफलता के पथ पर अग्रसर करने के लिए प्रेरित करेगा। यह विचार व्यक्त करते हुए कि युवाओं को अपने नए विचारों और दृष्टि के साथ भारत को एक विकसित देश बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए, ओम बिरला ने जोर देकर कहा कि हमारी प्रगति में राष्ट्र की प्रगति सुनिश्चित होनी चाहिए और हमारा उद्देश्य हमारे संविधान के मूल्यों के अनुसार एक विकसित, मजबूत और समृद्ध भारत का निर्माण करना होना चाहिए ।
देश भर से चुने गए युवा प्रतिभागियों ने भी डॉ. अम्बेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित की। युवा प्रतिभागियों में से चयनित प्रतिभागियों ने बाबासाहेब के जीवन और योगदान के संबंध में अपने विचार व्यक्त किए।
डॉ. अम्बेडकर की जयंती पर, बिरला ने एक ट्वीट संदेश में कहा, “सामाजिक बदलाव के प्रणेता श्रद्धेय डॉ भीमराव अम्बेडकर जी की जयंती पर कोटि कोटि नमन। उन्होंने समानता, स्वतंत्रता, न्याय और बंधुत्व के मूल्यों को बढ़ावा देते हुए संपूर्ण विश्व को प्रेरणा देने वाले संविधान की रचना की। भारत तथा भारतीयों के प्रति उनका योगदान वंदनीय है।”