(प्रदीप कुमार): बजट के बाद अलग-अलग मंत्रालयों के वेबिनार को संबोधित करने की कड़ी में आज प्रधानमंत्री मोदी ने पर्यटन मंत्रालय के वेबिनार को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि भारत में टूरिज्म सेक्टर को नई ऊंचाई देने के लिए आउट ऑफ द बॉक्स सोचना होगा। पीएम मोदी ने आज पर्यटन को मिशन मोड में विकसित करने पर बजट के बाद के वेबिनार को संबोधित किया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत में पर्यटन क्षेत्र को नई ऊंचाई देने के लिए आउट ऑफ द बॉक्स सोचना होगा और दीर्घकालिक योजना बनानी होगी।
पीएम मोदी ने कहा कि जब भी कोई टूरिस्ट डेस्टिनेशन को विकसित करने की बात आती है तो कुछ बातें बहुत महत्वपूर्ण होती हैं। जैसे उस स्थान का पोटेंशियल क्या है।इस पूरी टूरिस्ट डेस्टिनेशन के प्रमोशन के लिए हम और क्या-क्या तरीके अपना सकते हैं इन सारे सवालों का जवाब आपको भविष्य का रोडमैप बनाने में बहुत मदद करेगा। पीएम मोदी ने कहा कि आज का नया भारत नए वर्क कल्चर के साथ आगे बढ़ रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि अगर पुराना वर्क कल्चर होता तो इस तरह के बजट वेबिनार्स के बारे में कोई सोचता ही नहीं।
पीएम मोदी ने कहा कि, बजट में टूरिस्ट डेस्टिनेशन इसके होलिस्टिक डेवलपमेंट पर भी फोकस किया गया है। इसके लिए अलग-अलग स्टेक होल्डर्स को हम कैसे एंगेज कर सकते हैं, इस पर विस्तार से चर्चा होनी चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि बेहतर सुविधाओ के कारण हमारे दूर-सुदूर के गांव अब टूरिज्म मैप पर आ रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने बॉर्डर किनारे बसे गांवों के लिए वाइब्रेंट बॉर्डर विलेज योजना भी शुरू की है। ये वो समय है, जब हमारे गांव भी टूरिज्म का केंद्र बन रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि सदियों से हमारे यहां यात्राएं होती रही हैं। यह हमारे सांस्कृतिक सामाजिक जीवन का हिस्सा रहा है और वो भी जब संसाधन नहीं थे, यातायात की व्यवस्थाएं नहीं थी। बहुत कठिनाई होती थी। तब भी कष्ट उठाकर लोग यात्राओं पर निकल पड़ते थे। पीएम मोदी ने आगे कहा कि यात्राओं की इस पुरातन परंपरा के बावजूद दुर्भाग्य ये रहा कि इन स्थानों पर समय के अनुकूल सुविधाएं बढ़ाने पर ध्यान नहीं दिया। पहले सैकड़ों वर्षों की गुलामी और आजादी के बाद के दशकों में इन स्थानों की राजनीतिक उपेक्षा ने देश का बहुत नुकसान किया।अब आज का भारत इस स्थिति को बदल रहा है।
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वेडिंग डेस्टिनेशंस को बड़ा बिजनेस बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इसको लेकर भारत में अपार संभावनाएं हैं। पीएम मोदी ने विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए कहा कि हमें कम से कम 50 डेस्टिनेशन का विकास करना चाहिए जो पर्यटकों की सूची में दिखाई दे तब वे भारत आने के बारे में सोचेंगे। वेबिनार में पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में टूरिज्म का पोटेंशियल बहुत ज्यादा है। भारत के अलग-अलग स्थलों में अगर नागरिक सुविधाएं बढ़ाई जाएं, वहां डिजिटल कनेक्टिविटी अच्छी हो, होटल-हॉस्पिटल अच्छे हों, गंदगी का नामोंनिशान ना हो, बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर हो, तो भारत के टूरिज्म सेक्टर में कई गुना वृद्धि हो सकती है।
पीएम मोदी ने कहा कि इस वर्ष के बजट में देश में कंपीटिटिव स्प्रिट से, चैलेंज रूट से देश के कुछ टूरिस्ट डेस्टिनेशन को डेवलपमेंट करने के लिए सिलेक्ट करने की बात कही गई है। ये चैलेंज हर स्टेक होल्डर को साथ मिलकर प्रयास करने के लिए प्रेरित करेगा।