विदेश सचिव ने जानकारी दी कि पीएम मोदी की अमेरिकी यात्रा का उद्देश्य भारत-अमेरिका संबंधों की समीक्षा और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के विकास लक्ष्यों पर विस्तृत चर्चा करना है।विदेश सचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 सितंबर से अमेरिका के दौरे पर रहेंगे,यहां पीएम मोदी चौथे क्वाड नेताओं के शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।पीएम मोदी न्यूयॉर्क में भारतीय समुदाय के समूह को 22 सितंबर को संबोधित करेंगे।वही पीएम मोदी 23 सितंबर को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा को ‘भविष्य का शिखर सम्मेलन’ पर संबोधित करेंगे।
पीएम मोदी के अमेरिका दौरे के दौरान खालिस्तान मुद्दे पर चर्चा होगी या नहीं, इस पर विदेश सचिव से सवाल किया गया।विदेश सचिव ने कहा है कि,जैसा कि हमने पहले भी कहा है कि भारत और अमेरिका के बीच जो भी आपसी मुद्दे हैं, हम उस पर चर्चा करेंगे। कोई खास मुद्दा उठाया जाएगा या नहीं इस पर मैं अभी कुछ नहीं कह सकता। विदेश सचिव के कहा है कि मैं इतना ही कह सकता हूं कि हम सभी मुद्दों पर चर्चा करेंगे।विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने इस बात की पुष्टि नहीं की है कि पीएम मोदी अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान राष्ट्रपति उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे या नहीं।विदेश सचिव ने कहा है कि विभिन्न बैठकें द्विपक्षीय,और अन्य मुलाकातों को लेकर अभी भी काम किया जा रहा है।विदेश सचिव ने कहा है कि हम सभी दृष्टिकोण से देख रहे हैं कि हमारे पास कितना समय है और किस-किस से मुलाकात हो सकती है।
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विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि पीएम मोदी का अमेरिका दौरा राष्ट्रपति बाइडन और जापान के प्रधानमंत्री किशिदा के लिए यह एक तरह का विदाई कार्यक्रम जैसा होगा।इस वर्ष क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने के अमेरिकी पक्ष के अनुरोध के बाद भारत ने 2025 में अगला क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने पर सहमति दी है।