वायनाड में बोलीं प्रियंका गांधी- यह लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है

Priyanka Gandhi

Priyanka Gandhi Wayanad: कांग्रेस प्रत्याशी प्रियंका गांधी ने सोमवार को वायनाड संसदीय क्षेत्र में प्रचार किया। इस दौरान उनके लिए भारी जनसमर्थन देखने को मिला। प्रचार के दौरान वायनाड की जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह संवैधानिक मूल्यों और लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है।मीनांगडी में भारी संख्या में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा, “हम सभी इस देश के मूल्यों के लिए लड़ रहे हैं। हम अपने संविधान के मूल्यों, लोकतंत्र, समानता और सच्चाई के लिए लड़ रहे हैं और आप में से हर कोई इस लड़ाई में एक महत्वपूर्ण सिपाही है।”

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वायनाड के लोगों की जिम्मेदारी का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, “आपकी भी इस देश के प्रति जिम्मेदारी है। अगर सच्चाई और लोकतंत्र के लिए खड़े होने का कोई समय है, तो वह समय अभी है। आप में से हर कोई एक वोट से सही चीज के लिए खड़ा हो सकता है।वायनाड के लोगों के प्रति गहरा आभार व्यक्त करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि वायनाड की जनता ने उनके भाई राहुल गांधी को देश की एकता और अखंडता के लिए पूरे भारत में पैदल चलने का साहस दिया। राहुल ने वायनाड के लोगों को मतदाता न मानकर, उन्हें अपना परिवार का हिस्सा माना है।
प्रियंका गांधी ने कहा कि भाजपा विभिन्न समुदायों में भय, गुस्सा और अविश्वास फैला रही है। उन्होंने अल्पसंख्यकों पर हमलों और मणिपुर हिंसा का जिक्र करते हुए भाजपा को जमकर घेरा। उन्होंने भाजपा सरकार पर सुनियोजित तरीके से नफरत फैलाने और संवैधानिक मूल्यों को नष्ट करने का भी आरोप लगाया। वायनाड के लोगों की हिम्मत और दृढ़ता की प्रशंसा करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि जब वह बाढ़ से हुई तबाही के बाद इस क्षेत्र में आईं थीं, तो उन्होंने देखा कि लोग उस मुश्किल परिस्थिति में भी एक-दूसरे की मदद कर रहे थे।
प्रियंका गांधी ने कहा कि भाजपा सरकार की नीतियां प्रधानमंत्री के दोस्तों के लिए बनाई जा रही हैं और आम लोगों के प्रति सरकार में कोई सहानुभूति नहीं है। केवल बड़े व्यापारियों को ही सारे लाभ मिलते हैं और वे ही समृद्ध हो रहे हैं। देश में बेरोजगारी अपने चरम पर है। उन्होंने कहा कि माता-पिता अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं, लेकिन अंत में वे अपने बच्चों के भविष्य को लेकर निश्चिंत नहीं हो पाते।वायनाड की स्थानीय समस्याओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मानव-पशु संघर्ष और रात्रि यात्रा पर प्रतिबंध का समाधान, मेडिकल कॉलेज की स्थापना, स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार और युवाओं के लिए खेल सुविधाएं उनकी शीर्ष प्राथमिकताएं रहेंगी। उन्होंने निर्वाचित होने पर संसद में वायनाड के हर युवा, किसान और परिवार के भविष्य के लिए लड़ने और उनकी आवाज उठाने का आश्वासन दिया।
आदिवासी समुदाय का विशेष जिक्र करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सेवा, बेहतर शिक्षा प्रणाली और रहने के लिए बेहतर घरों की जरूरत है। उन्होंने एक सेवानिवृत्त सैनिक की मां से मिलने का अपना अनुभव भी साझा किया, जिनसे वह वायनाड के पिछले दौरे के दौरान मिली थीं। प्रियंका गांधी ने कहा कि उन्होंने पहली मुलाकात में ही उन्हें अपने बच्चे की तरह गले लगाया और ऐसा महसूस हुआ कि वायनाड आते ही उन्हें एक मां मिल गईं।
मीनांगडी में सभा के बाद प्रियंका गांधी ने पनामरम और पोजुथाना में भी सभाओं को संबोधित किया। उन्होंने प्रचार के दौरान डब्ल्यूएमओ कॉलेज का दौरा भी किया। इस दौरान उन्होंने कॉलेज प्रशासन और शिक्षकों के साथ गर्मजोशी से बातचीत की, छात्रों के साथ हल्के-फुल्के पल साझा किए, उनकी आकांक्षाओं और शैक्षिक यात्रा के बारे में बातचीत की। प्रचार के दौरान उन्होंने स्थानीय ननों से भी मुलाकात की।
प्रियंका गांधी ने व्यथिरी पंचायत चुनाव समिति कार्यालय का भी दौरा किया, जहां उन्होंने कार्यालय चलाने में अथक परिश्रम करने वाले समर्पित कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और व्यक्तिगत रूप से उनका आभार व्यक्त किया। इस दौरान कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और वरिष्ठ नेता रमेश चेन्निथला भी मौजूद रहे।

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