कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को बड़ा झटका लगा है। लोकसभा सचिवालय ने राहुल गांधी की संसद की सदस्यता को रद्द कर दिया है। दरअसल, सूरत कोर्ट ने मानहानि मामले में 2 साल की सजा सुनाई थी। जिसके बाद आज राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द कर दी गयी है। बता दें की राहुल गांधी केरल के वायनाड के संसद थे।
कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने इस मामले पर कहा कि जब राहुल गांधी ने अडानी पर प्रधानमंत्री से सवाल पूछे थे उसी समय से इन्होंने इस प्रकार साजिश राहुल गांधी की आवाज को दबाने के लिए शुरू कर दी थी। मोदी सरकार के मंत्रियों ने कई बार राहुल गांधी के खिलाफ गलत आरोप लगाए। लोकसाभ में राहुल गांधी को बोलने का और अपना पक्ष रखने का मौका भी नहीं दिया गया। ये साफ-साफ भाजपा सरकार के लोकतंत्र विरोधी और तानाशाह वाले मनोभाव को दर्शाता है।
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने राहुल गांधी की सदस्यता रद्द होने पर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा की राहुल गांधी की सदस्यता रद्द करना मोदी सरकार की प्रतिशोध की नीति का उदाहरण है। भारत जोड़ो यात्रा से राहुल गांधी की लोकप्रियता बहुत बढ़ी है और मोदी सरकार को यही हजम नहीं हो रहा। उन्हें लग रहा है कि राहुल गांधी का मुंह बंद करना होगा क्योंकि अगर उन्हें बोलने दिया गया तो BJP सरकार से बाहर हो जाएगी।
वहीं केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कैशा है की क्या एक पूरे समाज को चोर बोल सकते हैं? क्या कांग्रेस जैसी पार्टी के लिए छोटे समाज और OBC समाज का अपमान करना और माफी भी न मांगना ही अभिव्यक्ति की आज़ादी है। गाली देने में और आलोचना करने में अंतर है। वे(राहुल गांधी) OBC समाज को गाली देने का काम कर रहे थे जिसकी वजह से उन्हें सजा हुई।
मोदी के नाम पर टिप्पणी करने के आरोप में राहुल गांधी को सूरत कोर्ट ने 2 साल की सजा सुनाई। जिसके चलते देशभर के कांग्रेस कार्यकर्ता आक्रोश में नजर आ रहे हैं। वहीं देहरादून कांग्रेस कार्यालय में भी कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा इस मामले के संदर्भ में प्रेस वार्ता की गई, जिसमें उनके द्वारा सरकार पर विपक्ष की आवाज को दबाने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं और सत्ता का दुरुपयोग करने का भी आरोप लगाया है।
उत्तराखंड के पूर्व सीएम व कांग्रेस नेता हरीश रावत का कहना है कि लोकतंत्र आज खतरे में नजर आ रहा है। चूंकि राहुल गांधी द्वारा की गई भारत जोड़ो यात्रा से सत्ता में बैठे लोग पूरी तरह से हिल कर रह गए हैं। इसलिए बेबुनियाद आरोपों के जरिए सत्ता का दुरुपयोग कर राहुल गांधी और कांग्रेस की आवाज को दबाने का काम किया जा रहा है। राहुल गांधी पर सुनाए गए। इस फैसले कि कांग्रेस कार्यकर्ता कड़ी निंदा करते हुए नजर आ रहे हैं, साथ ही कांग्रेस का यह भी कहना है भाजपा बिना विपक्ष की सरकार बनाकर लोकतंत्र की हत्या करना चाहती है जिसके चलते कांग्रेस के नेताओं को लगातार टारगेट किया जा रहा है।
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बता दें की राहुल गांधी द्वारा चुनावी रैली में मोदी सरनेम को लेकर कही गयी कुछ वाक्य को लेकर बखेड़ा खड़ा हो गया है। जिसके बाद राहुल गांधी के खिलाफ बीजेपी नेता पुरनेश मोदी ने मानहानि का केस दर्ज कराया गया था जिसको लेकर सूरत हाई कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए उन्हें इस मामले में दोषी पाया और 2 साल की सजा सुनाई। वहीं इस फैसले के बाद राजनितिक गलियारा गरमा गया है। और पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर रूप प्रत्यारोप लगा रहे हैं।